छत्तीसगढ़ के यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। रेलवे द्वारा रद किए गए 23 ट्रेनों में से तीन जोड़ी ट्रेन के परिचालन के लिए हरी झंडी दे दी है। रेलवे ने कोरबा-अमृतसर एक्सप्रेस कोरबा, अमृतसर बिलासपुर एक्सप्रेस अमृतसर, विशाखापट्टनम निजामुद्दीन, निजामुद्दीन विशाखापट्टनम, सिकंदराबाद रायपुर त्रि-साप्ताहिक एक्सप्रेस और रायपुर सिकंदराबाद त्रि-साप्ताहिक एक्सप्रेस अब अपने निर्धारित समय से चलेगी। रेलवे ने यह आदेश मंगलवार की रात जारी किया है।
बता दें कि इससे पहले एक साथ लोकल ट्रेन समेत कुल 23 ट्रेनों को रद कर दिया गया था। रेलवे के इस फैसले ने यात्रियों के सामने परेशानी खड़ी कर दी। इन ट्रेनों से लाखों यात्रियों को शादी, तीर्थ यात्रा, परीक्षा एवं अन्य आवश्यक कामों के लिए जाना था। इसीलिए पहले से ही आरक्षण करवाकर रख लिया गया था। अब ट्रेनों के रद किए जाने से इनकी परेशानी बढ़ गई है। लोग यात्रा के लिए बस ढूंढ रहे हैं। वहां भी स्थिति ये हो गई है कि कई मार्गो के लिए सीटें तक नहीं मिल रही हैं। लाखों यात्रियों को हलाकान होना पड़ रहा है। आरक्षण केंद्रों में टिकट रद कराने वालों की भारी भीड़ लग रही है। रोजाना ढाई से तीन हजार लोग टिकट रद करवाने पहुंच रहे हैं।
बता दें कि मुंबई-हावड़ा मार्ग पर स्थित रायपुर रेलवे स्टेशन से रोजाना 50 हजार यात्री यात्रा करते हैं। लोगों ने बाहर जाने के लिए दो माह पहले टिकट बुक कराया था, लेकिन रेलवे के एक आदेश ने उनकी आशाओं पर पानी फेर दिया। ट्रेन रद होने के बाद आरक्षण केंद्र खुलते ही यात्री टिकट का पैसा वापस लेने पहुंच रहे हैं। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, पहले रविवार और सोमवार को सुबह से रात तक करीब एक लाख रुपये तक रिफंड करना पड़ता है, अब यकायक ये राशि तीन से चार लाख रुपये तक पहुंच रही है। दूसरी ओर, निजी वाहनों की मांग बढ़ गई है। यात्री अधिक पैसे देकर निजी वाहनों से अपने गंतव्य तक जाने के लिए विवश हो गए हैं।