डेली मेल की खबर के मुताबिक, 24 वर्षीय महिला का मैक्सिको जनरल हॉस्टिपल में ऑपरेशन हुआ। सर्जरी करने वाले डॉक्टर इरिक हेनसन ने बताया, महिला डाइटिंग पर थी, फिर भी उसका वजन हैरतअंगेज रूप से बढ़ रहा था। साल भर से कम समय में ही उसका पेट इतना बड़ा हो गया, मानो कोख में 10 बच्चे पल रहे हों।
जांच में पता चला कि पेट में ट्यूमर है। कैंसर की गांठ का वजन 31 किलो से भी अधिक होने के कारण डॉक्टरों को सर्जरी में काफी परेशानी आई। इतने बड़े ट्यूमर के कारण महिला के पेट के अंदरुनी हिस्से को भी भारी नुकसान हुआ था। ट्यूमर पेट के 95 फीसदी हिस्से तक फैल गया था।
डॉक्टरों के मुताबिक, तुरंत सर्जरी नहीं की जाती तो मरीज की जान भी जा सकती थी। ट्यूमर के एक हिस्से को निकालने के बजाय उसे पूरा ही बाहर किया गया, क्योंकि आशंका थी कि उसके अंदर जहरीला तरल हो सकता, जो नुकसान पहुंच सकता है।
इससे पहले 1902 में 145 किलो के ट्यूमर की सर्जरी की गई थी। उस ट्यूमर को कई दिनों तक चली सर्जरी के बाद बाहर निकाला जा सका था।
डॉक्टरों का यह भी कहना है कि गर्भाशय में होने वाले ज्यादातर ट्यूमर नुकसानदायक नहीं होते हैं। अधिकांश महिलाओं के पेट में ऐसी गठानें होती हैं, लेकिन उन्हें कभी पता नहीं चलता, जब तक कि वे जांच न कराएं।
बहरहाल, महिला अब पूरी तरह ठीक है और सामान्य जीवन जी रही है।