पटना। जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक शनिवार पटना में होगी। इस बैठक में जहां शरद यादव को लेकर कोई बड़ा फैसला हो सकता है वहीं पार्टी एनडीए का हिस्सा बनने का ऐलान भी कर सकती है। यह बैठक मुख्यमंत्री आवास में दोपहर 12 बजे आयोजित होगी जिसमें इन प्रस्तावों पर मुहर लगेगी। इस बैठक में शरद यादव शामिल नहीं होंगे।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी के बाद राष्ट्रीय परिषद का खुला अधिवेशन दोपहर बाद तीन बजे वीरचंद पटेल पथ स्थित रवींद्र भवन में होगा। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुला अधिवेशन को मुख्य रूप से संबोधित करेंगे। कई राज्यों से जदयू के प्रतिनिधि खुला अधिवेशन में शामिल होंगे।
11 अगस्त को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी दिल्ली यात्रा के क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भेंट की थी। अमित शाह ने मुख्यमंत्री को अपने आवास पर आमंत्रित किया था। उसी मुलाकात के दौरान शाह ने नीतीश को राजग में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद शाह ने इस आशय का ट्वीट भी किया था।
2019 के आम चुनाव के लिए तैयार हो रहा प्लेटफॉर्म
जदयू के राजग में शामिल होने से बिहार में 2019 के लोकसभा चुनाव का प्लेटफॉर्म तैयार हो रहा है। इसका असर यह भी संभव है कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में नीतीश कुमार को राजग का संयोजक बना दिया जाए। पूर्व में जदयू के जार्ज फर्नांडिस राजग के संयोजक रहे हैं। जदयू नेता संजय झा ने कहा कि जब बिहार में भाजपा और जदयू की सरकार है तो यह स्वाभाविक है कि जदयू अब राजग का हिस्सा हो जाएगा। लोकसभा चुनाव में इसका काफी असर दिखेगा।
लालू के मंच पर गए शरद तो होगा कड़ा फैसला
जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के एक दिन पहले शुक्रवार को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की अध्यक्षता में पार्टी की राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों की बैठक मुख्यमंत्री आवास में हुई। बैठक में शनिवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में लिए जाने वाले राजनीतिक, सामाजिक व आर्थिक प्रस्तावों के साथ-साथ बागी तेवर अख्तियार किए शरद यादव पर भी चर्चा हुई। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने बैठक के बाद कहा कि अगर 27 तारीख की राजद की रैली में शरद यादव लालू प्रसाद के साथ मंच साझा करते हैं तो यह बर्दाश्त नहीं होगा। पार्टी तुरंत कठोर निर्णय लेगी।