कटनी। उमरियापान सहित ढीमरखेड़ा क्षेत्र के कई शिक्षक लोक सेवक एप से नेटवर्क न मिलने के कारण उपस्थिति दर्ज नहीं करवा सके। इससे उनमें आक्रोश देखा गया। ढीमरखेड़ा के शिक्षकों ने बताया कि नेटवर्क एरर से वे अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करवा पा रहे हैं। ढीमरखेड़ा में नेटवर्क मिलता ही नहीं है। इससे उपभोक्ता परेशान वहीं। वहीं उपस्थिति दर्ज न हो पाने के कारण शिक्षकों में तनाव है।
एप बंद करने की मांग
मप्र शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष गणेश शंकर गर्ग, एसके सोलंकी जिला सचिव ने संयुक्त ने बताया कि कटनी जिले में कलेक्टर द्वारा लोक सेवक एप कटनी का निर्माण कराकर शिक्षक व समस्त कर्मचारियों को बाध्य किया जा रहा है । उन्होंने बताया कि म प्र शासन द्वारा दिशा निर्देश प्राप्त नहीं है न ही शासन एंडराइड मोबाइल, सिम व रिचार्ज के लिए किसी भी राशि की व्यवस्था की गई है ।
कर्मचारी कर्ज लेकर मोबाइल की दुकानों से खरीदते देखे जा रहे है। इंटरनेट की जानकारी तक एंडरॉइड मोबाइल को चलाने में असमर्थ होने के कारण उपस्थित होकर भी शत-प्रतिशत एप के माध्यम से हाजिरी देने में असमर्थ है। ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट के सिग्नल प्राप्त न होने के कारण भी उपस्थिति नहीं दे पा रहे है। बहुत से कर्मचारी बैंक के माध्यम से मकान बनाने के लिए बच्चों की पढ़ाई के लिए, बच्चों की शादी विवाह के लिए व्यक्तिगत ऋण ले रखा है इसके अलावा शिक्षा ऋण लेने वाले अभिभावक उक्त ऋण ले चुके हैं। जिन कर्मचारियों के बच्चे बाहर पढ़ रहे हैं उन्हें भी वे प्रतिमाह दस से पंद्रह हजार रूपये रहने-पढ़ने के लिए दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में बैंक की लंबी किश्तों के भुगतान के बाद नगण्य राशि पर अपना जीवन यापन कर रहे हैं। वेतन के अभाव बैंकों की किश्त न चुका पाने के कारण यदि कोई कर्मचारी किसी दुर्घटना का शिकार होता है तो उसका जबावदार कौन होगा ? मप्र शासन कर्मचारी हितैषी रहा है उसे बदनाम करने का षड़यंत्र किया जा रहा है। मप्र शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष गणेश शंकर गर्ग, पं विजय दुबे, एसके सोलंकी, ओंकार तिवारी समेत अन्य ने लोक सेवक एप कटनी पर रोक लगाने की मांग की है।