बताया जा रहा है कि अस्स प्रांत की एक मस्जिद के सामने 30 वर्षीय मजिदाह को 100 कोड़े मारे गए। जिस वक्त उसे यह सजा दी गई, वहां सैकड़ों लोग मौजूद थे। सजा के बाद बुरी तरह घायल होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
मामले में दो पुरुषों को एक नाबालिग के साथ अभद्र व्यवहार करने का भी दोषी पाया गया। उन्हें भी 100 कोड़े मारने की सजा दी गई। अस्स देश का एक मात्र राज्य है, जहां शरिया कानून लागू है।
इस कानून के तहत समलैंगिकता, शराब और जुआ खेलना अपराध है। इन अपराधों में अकेले साल 2016 में 339 लोगों को सार्वजनिक रूप से पीटने की सजा दी गई थी।