नई दिल्ली। आतंकी हमले के दौरान अपनी जान की परवाह न करने वाले पांच जवानों को कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है। इनमें सीआरपीएफ के अफसर चेतन कुमार चीता भी शामिल हैं। इनमें से तीन को मरणोपरांत यह सम्मान दिया गया है।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर 112 वीरता पुरस्कारों की घोषणा की है। गोरखा राइफल के हवलदार गिरीश गौरांग, नागा रेजीमेंट के मेजर डेविड मेन्लम व सीआरपीएफ के कमांडेंट प्रमोद कुमार को मरणोपरांत ये पुरस्कार मिला है।गढ़वाल राइफल के मेजर प्रीतम सिंह व सीआरपीएफ के कमांडेंट चेतन कुमार चीता को अद्भुत रणकौशल दिखाने के लिए सम्मान दिया गया है।सीआरपीएफ के कमांडेंट प्रमोद कुमार श्रीनगर के नौहट्टा चौक पर आतंकियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। 15 अगस्त को झंडा फहराने के बाद वह आतंकियों से मुठभेड़ के लिए रवाना हुए थे।चेतन कुमार चीता भी जम्मू-कश्मीर के हाजिन सेक्टर में आतंकियों का शिकार बने थे। उन्हें नौ गोलियां मारी गई थीं, लेकिन वो इससे उबरकर फिर से जंग के मैदान में लौटने के लिए कमर कस रहे हैं। 14 फरवरी को मुठभेड़ हुई। चीता मूल रूप से राजस्थान से हैं।राष्ट्रपति ने पांच कीर्ति चक्र, 17 शौर्य चक्र, 85 सेना मेडल (वीरता), तीन नौ सेना मेडल व दो वायु सेना मेडल के लिए जवानों व अफसरों का चयन किया है। उन्होंने राष्ट्रपति तटरक्षक पदक की भी घोषणा की है।पुष्पेंद्र त्यागी, जसकरन सिंह, अजहर को नौ सेना मेडल से सम्मानित किया जा रहा है। वायु सेना मेडल विंग कमांडर सुभाष सिंह राव व रविंदर अहलावत को देने की घोषणा की गई है।सीआइएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) के 29 जवानों को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जा रहा है। इनमें आइजी आनंद मोहन, डीआइजी एसएस संधू शामिल हैं। आइटीबीपी के 16 जवानों को ये पुरस्कार दिया जा रहा है। इनमें डीआइजी जसपाल सिंह, एके नेगी व इंस्पेक्टर ओम प्रकाश शामिल हैं।इस बार सर्वोच्च राष्ट्रपति पुलिस पुरस्कार छत्तीसगढ़ के प्लाटून कमांडर शंकर राव को मरणोपरांत दिया गया है। अप्रैल 2015 में वो नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद हो गए थे। इस मुठभेड़ में सात पुलिस कर्मी शहीद हुए थे। पुलिस ने इसमें 35 नक्सलियों के ढेर होने की बात कही थी।कुल 190 पुलिस पुरस्कार घोषित हुए जिनमें सबसे ज्यादा 53 सीआरपीएफ के पास हैं जबकि आंध्र प्रदेश पुलिस 52, सीबीआइ 28, जम्मू-कश्मीर पुलिस 25, उड़ीसा पुलिस 17 व बीएसएफ के 14 जवानों को वीरता के लिए पुरस्कार मिले हैं।खास बात है कि सीबीआइ से कोई भी आइपीएस अफसर पुलिस पदक के लिए नहीं चुना गया है। नरेंद्र डाबोलकर हत्याकांड सुलझाने के लिए सीबीआइ के एसपी नंद कुमार नायर को पुरस्कृत किया जाएगा।