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शरद यादव की JDU से बिदाई तय, पहुंचे लालू के मंच पर
पटना। राजधानी के ऐतिहासिक गांधी मैदान में राजद की ‘देश बचाओ-भाजपा भगाओ रैली’ शुरू हो चुकी है। राज्य में महागठबंधन सरकार के बिखरने और राजद के सत्ता से बेदखल होने के बाद पूरे देश की नजरें इस रैली पर टिकी हुई है। जदयू के बागी शरद यादव के अगले कदम का भी इंतजार किया जा रहा है। भाजपा विरोधी रैली में शामिल होकर वह एक तरह से जदयू को कार्रवाई के लिए चुनौती देने की तैयारी कर चुके हैं।
दूसरी ओर भाजपा ने जहां रैली की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाए हैं, वहीं जदयू ने इसे घोटालेबाजों की रैली करार दिया है। भाजपा का कहना है कि बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित बिहार में इस समय रैली की राजनीति करना जनता के साथ मजाक है।
रैली में शरद यादव के लालू यादव के साथ गले मिलने पर जदयू नेता नीरज कुमार ने कहा कि कुछ ही दिनों बाद लालू यादव सपरिवार जेल जाने वाले हैं। ऐसे में उनकी अवैध संपत्ति कौन रखेगा। इसके लिए शरद यादव की ताजपोशी की जा रही है।
शरद यादव के खिलाफ क्या कार्रवाई की जायेगी, पूछे जाने पर नीरज कुमार ने कहा कि यह फैसला माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी।
– लालू यादव ने मंच से कहा कि यहां जितने लोग मौजूद हैं, उससे अधिक लोग और आ रहे हैं। सभी लोग अनुशासन बनाकर रहें। अभी इंद्र भगवान का कृपा है।
– जदयू के बागी नेता शरद यादव भी मंच पर पहुंच चुके हैं। शरद यादव और लालू यादव गर्मजोशी के साथ मंच पर गले मिले। बालू लाल मरांडी भी मंच पर पहुंच चुके हैं।
– राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव मंच पर पहुंच चुके हैं। उनकी एक झलक पाने को कार्यकर्ता बेचैन दिखे। चारो ओर लालू यादव जिंदाबाद का नारा गूंजने लगा।
– राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती गांधी मैदान पहुंच चुकी हैं। उनके पहुंचते ही समर्थकों ने जमकर नारेबाजी की। मीसा ने मंच से सभी लोगों का अभिवादन किया। उनके साथ उनकी मां राबड़ी देवी भी पहुंची।
– कांग्रेस के प्रतिनिधि गुमान नबी आजाद पटना पहुंच चुका है। वहीं, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव भी पटना के गांधी मैदान में पहुंच चुके हैं। राबड़ी देवी ने गलदस्ता देकर उनका स्वागत किया। लालू यादव और अखिलेश ने एक साथ हाथ उठाकर चट्टानी एकता के संकेत दिये।
– रैली में जाने के पहले बोले तेजस्वी, आज से नीतीश व भाजपा की उल्टी गिनती शुरू।
– रैली के लिए लालू प्रसाद घर ने निकल चुके हैं। उनके साथ राबड़ी देवी भी हैं। इसके करीब 15 मिनट पहले तेजस्वी यादव निकल चुके हैं। तेजप्रताप भी रवाना हो चुके हैं।
– रैली के लिए जा रहे राजद समर्थकों ने आयकर गोलंबर पर नकली स्टेनगन से फायरिंग की। हथियार बिलकुल असली जैसे होने के कारण अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने दो समर्थकों को हिरासत में लिया।
– रैली को लकर पटना में सड़कों पर राजद समर्थकों का हुजूम उमड़ पड़ा है। गांधी मैदान में भी भीड़ बढ़ने लगी है।
– रैली को लेकर नेताओं का पहुंचना आरंभ है। गांधी मैदान पहुंचे रमई राम की गेट पर सुरक्षा बलों से गाड़ी अंदर करने के सवाल पर नोंक-झाेंक हुई।
ममता-अखिलेश का इंतजार, नहीं आएंगी सोनिया-माया –
रैली में भाग लेने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, सीपी जोशी एवं एनसीपी के तारिक अनवर समेत विभिन्न दलों के करीब 21 नेताओं ने सहमति दी है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी एवं बसपा प्रमुख मायावती को भी आमंत्रित किया गया था, किंतु विभिन्न कारणों से उनका कार्यक्रम नहीं बन सका।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के खिलाफ नीतीश सरकार में डिप्टी सीएम रहते भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद लालू की मंशा देशभर के भाजपा विरोधी बड़े नेताओं को एक मंच पर लाकर अपनी ताकत दिखाने की है।
राजद की रैली से कुछ बड़े नेताओं ने भले ही किनारा कर लिया है, लेकिन इससे लालू की तैयारियों और तेवर पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। भीड़ के जरिए सियासी ताकत का प्रदर्शन उनका पुराना हथकंडा रहा है।
90 के दशक में बिहार में अपनी सरकार के दौरान गरीब महारैला के आयोजनों के जरिए लालू प्रसाद कई बार ऐसा कर भी चुके हैं। इस बार भी पूरी तैयारी है। हालांकि, सूबे के 19 जिलों में पिछले दो हफ्ते से बाढ़ के चलते रैली की भीड़ पर असर से इन्कार नहीं किया जा सकता है। फिर भी लालू के समर्थकों का विभिन्न जिलों से टोलियों में पटना पहुंचना लगातार जारी है।