उन्होंने कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए कहा कि इस गठबंधन के होने के बाद से पिछले कुछ सालों में हमने इसे बनाए और बचाए रखने की काफी कोशिश की लेकिन अब हम इससे अलग होंगे।
वहीं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम हिंदुत्व के लिए हर राज्य में चुनाव लड़ेंगे और आज मैं इसकी शपथ लेता हूं।
उद्धव ने आगे कहा कि पीएम खुद को पंत प्रधान कहते हैं, वो विदेश यात्राएं करते हैं, इजराइल के पीएम को भारत लाते हैं लेकिन लाल चौक क्यों नहीं ले जाते? उन्होंने श्रीनगर में अब तक कोई रोड शो क्यों नहीं किया? अगर वो लाल चौक पर तिरंगा फहराते तो हमें हमारे पीएम के प्रति गर्व की अनुभूति होती।
बैठक में एनडीए से गठबंधन तोड़ने का प्रस्ताव संजय राउत लेकर आए जिसे सभी ने मंजूरी दे दी। बता दें कि शिवसेना लगातार अपने सहयोगी दल भाजपा की राज्य और केंद्र सरकार की आलोचना करती आई है। इससे पहले भी महाराष्ट्र में शिवसेना गठबंधन तोड़ने की धमकी दे चुकी है।
पिछले साल दिसंबर में भी शिवसेना के युवा नेता आदित्य ठाकरे ने कहा था कि उनकी पार्टी एनडीए से एक साल में अलग होकर बड़ी ताकत बनकर उभरेगी।