खंडवा। पुलिस ने संवेदनहीनता की सारी हदें पार कर दी। यहां कोरोना संक्रमित के घर पहुंचे चार पुलिसकर्मियों ने पॉजिटिव मरीज और उसके परिजन को जमकर लाठी-डंडों से पीटा। स्वास्थ्य विभाग की टीम संक्रमित युवक को लेने पहुंची थी। यहां विवाद के बाद टीम ने पुलिस बुला ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने न सिर्फ संक्रमित, बल्कि उसके माता-पिता और बहन पर भी डंडे बरसाए। यही नहीं, परिजन के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस भी दर्ज कर लिया। कार्रवाई के विरोध में ग्रामीणों ने छैगांवमाखन थाने का घेराव किया।
मामला सामने आने के बाद एसपी ने टीआई गणपतलाल कनेल को लाइन अटैच कर दिया। इधर, विधायक राम दांगोरे ने भी कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि सीएम को घटना की जानकारी देकर संबंधित पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करवाएंगे।
मामला थाना छैंगांवमाखन के गांव सिरसोद बंजारी का है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चार दिन पहले स्वास्थ्य विभाग की टीम उक्त परिवार में युवक का सैंपल लेने आई थी। रिपोर्ट में कोरोना की पुष्टि हुई। इसके बाद टीम युवक को लेने के लिए घर पहुंची। परिजन ने कहा- बेटा घर पर रहकर ही स्वस्थ हो जाएगा। क्योंकि संक्रमित युवक की मां खुद आशा कार्यकर्ता है। इसी बात पर स्वास्थ्यकर्मियों और परिजनों में कहासुनी हो गई।
इस बीच स्वास्थ्यकर्मियों ने पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने संक्रमित युवक व परिजन को घर से निकाला और लाठियों से पीटना शुरू कर दिया। किसी ने इसका मोबाइल से वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। वहीं, पुलिस का कहना है कि उनके साथ हाथापाई की गई। इसके बाद उन्होंने डंडे मारे।
स्वास्थ्यकर्मी की शिकायत पर केस दर्ज
पुलिस ने छैगांवमाखन स्वास्थ्य केंद्र की डॉ. अपूर्वा कुशवाह ने संक्रमित युवक व उसके परिजन के खिलाफ शिकायत की। पुलिस ने युवक ललित समेत उसके पिता श्रीराम पटेल, माता लक्ष्मीबाई व बहन रानू सभी निवासी ग्राम बंजारी पर आईपीसी की धारा 353, 332, 342, 34, 506, 294, 188 और आपदा प्रबंधन की धारा 52 के तहत केस दर्ज किया