सचिवालय मे तैनात अनुसचिव इच्छाराम यादव को हुसैनगंज की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उस पर महिला संविदा कर्मचारी ने छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज कराया गया था। बुधवार देर शाम को अचानक सोशल नेटवर्किंग साइट पर कार्यालय में की गई छेड़छाड़ का वीडियो वायरल हो गया जिसके बाद पुलिस हरकत मे आई और गिरफ्तार कर लिया।
सचिवालय में तैनात अनुसचिव इच्छाराम अधीनस्थ कम्प्यूटर ऑपरेटर से छेड़छाड़ कर रहा था। वर्ष 2018 से महिला मजबूरन अनुसचिव की हरकतें झेल रही थी। जिसकी वजह से इच्छाराम बेलगाम हो गया था। अक्तूबर महीने में काम करने के दौरान ही इच्छाराम ने महिला के साथ भरे आफिस में छेड़छाड़ की थी। सीनियर से डर के कारण सहकर्मी भी विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटा सके थे। वहीं, 29 अक्तूबर को पीड़िता ने हुसैनगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।
पीड़िता ने आरोप लगाया था कि एफआईआर करने के बाद भी हुसैनगंज इंस्पेक्टर अजय सिंह आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर रहे हैं। वहीं, बुधवार रात महिला से छेड़खानी कर रहे इच्छाराम का वीडियो वॉयरल हुआ था। सोशल मीडिया पर वीडियो आने के बाद पुलिस अधिकारी सन्न रह गए थे। आनन फानन टीम बनाकर अनुसचिव की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जाने लगी। गुरुवार तड़के पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
कई बार अकेले में मिलने के लिए बुलाया था
हुसैनगंज निवासी महिला वर्ष 2013 से बापू भवन में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात है। पीड़िता के मुताबिक, वर्ष 2018 से इच्छाराम यादव अनुसचिव के पद पर तैनात हैं। विभाग में आने के बाद से ही अनुसचिव महिला पर गंदी निगाह रखता था। काम करने के दौरान आरोपी कई बार अभद्रता कर चुका था लेकिन लोकलाज के डर से पीड़िता चुप थी।
महिला के अनुसार, इच्छाराम उस पर शादी करने का दबाव बना रहा था। मना करने पर संविदा खत्म कराने की धमकी देता था। अक्त्तूबर महीने में इच्छाराम ने महिला से अकेले में मिलने के लिए कहा था। उसके विरोध करने पर आरोपी ने गाली गलौज की थी।
पीड़िता के मुताबिक, ऑफिस में काम करने के दौरान भी इच्छाराम सहकर्मियों के सामने ही उससे गलत हरकत करता था। बदमिजाज अनुसचिव के डर से कोई भी उसका विरोध करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था लेकिन एक दिन महिला के साथ हो रही गलत हरकत का वीडियो सहकर्मियों ने तैयार कर लिया था। जो बुधवार रात में वॉयरल हुआ।
इंस्पेक्टर पर आरोपी को बचाने का आरोप
पीड़ित महिला के अनुसार, 29 अक्टूबर को उसने हुसैनगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। इंस्पेक्टर अजय सिंह को पूरी घटना की जानकारी थी लेकिन वह अनुसचिव के प्रभाव में थे। इसलिए इंस्पेक्टर ने आरोपी इच्छाराम यादव के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद भी कार्रवाई नहीं की थी।
वहीं, एफआईआर होने की बात पता लगने के बाद से ही इच्छाराम महिला को लगातार धमका रहा था। उसने महिला की संविदा नियुक्ति भी समाप्त कराने की बात कही थी। पीड़िता के साथ हो रही ज्यादती से जुड़ा वीडियो बुधवार रात को वॉयरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई। डीसीपी मध्य डॉ. ख्याति गर्ग ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए थे जिसके बाद अनुसचिव इच्छाराम यादव को गिरफ्तार किया गया।