ससुर-साली की प्रताड़ना से तंग आकर डाक्टर ने इंजेक्शन लगाकर दी जान

ससुर-साली की प्रताड़ना से तंग आकर डाक्टर ने इंजेक्शन लगाकर दी जान

Gwalior Crime News: ग्वालियर। रेलवे में डाक्टर गौरव कुमार गुप्ता का शव मंगलवार की दोपहर को कंपू पर स्थित दोस्त के प्रताप हास्पिटल के बेड पर मिला है। आशंका जताई जा रही है कि डाक्टर ने पांच एमएल का कोई जानलेवा ड्रग्स इंजेक्शन के जरिए लेकर आत्महत्या की है।पुलिस काे मृतक की जेब से अंग्रेजी में लिख्रा चार पेज का सुसाइड नाेट मिला है। सुसाइड नोट से साफ है कि डाक्टर ने पत्नी, ससुर व साली की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या की है। पुलिस सुसाइड नोट का अध्ययन करने के साथ, जिन लोगों के नामों का उल्लेख है, उनके भी बयान लेगी। पुलिस ने पड़ताल के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट अखिलेश भार्गव को भी मौके पर बुलाया। कंपू थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।

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कंपू थाना प्रभारी रामनरेश यादव ने बताया कि मंगलवार की सुबह सूचना मिली कि प्रताप नर्सिंग होम में एक व्यक्ति की संदिग्ध परिस्थतियों में मौत हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को निगरानी में ले लिया। हास्पिटल के संचालक डा महेंद्र ने पुलिस को बताया कि मृतक डा. गौरव गुप्ता उनके दोस्त हैं। वर्तमान में रेलवे में हास्पिटल में डाक्टर हैं। डा गौरव सोमवार की रात 12 बजे के लगभग हास्पिटल आए थे। उनके हाथ में कैनुला लगा हुआ था। इससे नजर आ रहा था, उनकी हालत ठीक नहीं है। डा गौरव ने बताया कि मुझे काफी थकान महसूस हो रही है। मुझे आराम करना हैं। डा महेंद्र ने दोस्त को बताया कि उन्हें जन्माष्टमी की पूजा करने के लिए घर जाना हैं। तुम यहां आराम करो। उन्होंने स्टाफ को बुलाकर एक रूम दोस्त के लिए खुलवा दिया। डा महेंद्र अपने दोस्त से कहकर गए कि कुछ जरूरत हो तो स्टाफ को बुलाकर मांग लेना।

सुबह बेड पर मृत मिलेः सुबह के समय काफी देर तक जब डाक्टर गौरव नहीं उठे तो हास्पिटल के स्टाफ ने रूम का दरवाजा खुलवाकर देखा तो वह बेसुध बेड पर पड़े थे। शरीर में कोई हरकत नहीं थी। नब्ज टटोलकर देखने पर पता चला कि डा गौरव की मौत हो चुकी है। स्टाफ ने इसकी सूचना तत्काल डा महेंद्र को दी। वे भी हास्पिटल पहुंच गए। तत्काल ईसीजी कराकर देखा तो पता चला कि उनकी सांसें थम चुकीं हैं और जीवन की डोर टूट चुकी है। डा महेंद्र ने इसकी सूचना कंपू थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को निगरानी में ले लिया। पड़ताल के लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट अखिलेश भार्गव को मौके पर बुलाया। डा गौरव के मौत संबंधिित साक्ष्य जुटाने के लिए सबसे पहले उनके शर्ट व जींस की तलाशी ली। पुलिस को जींस की जेब में चार पेज का सुसाइड नोट मिला। यह सुसाइड नोट अंंग्रेजी में लिखा है। इसके बाद रूम की तलाशी लेने पर पुलिस को ड्रग की खाली शीशी, दो उपयोग की हुई सीरिंज मिली। आशंका है कि आत्महत्या करने के लिए यह ड्रग डाक्टर कैनुला के जरिए लिया है।

 

सुसाइड में अपनी व्यथा लिखीः मृतक डा.गौरव गुप्ता पटेल नगर के निवासी थे। रेलवे में बतौर डाक्टर पदस्थ हैं। उनकी शादी सात साल पहले शहर में सिटी सेंटर क्षेत्र में निवासी डा एमएल गुप्ता की बेटी शैली के साथ हुई है। सुसाइड नोट से इस बात के संकेत मिलते हैं कि डाक्टर ने पत्नी, ससुर व नेहा की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या की है। सुसाइड नाेट में डाक्टर ने उनके जीवन में घटित हुई हर बात लिखी है। नेहा के पति को कोरोना संक्रमण होने पर दिल्ली ले जाने व मदद करने की बात भी लिखी है। इसके बाद भी यह लोग दहेज व मारपीट करने का झूठा आरोप लगाते हैं। अब मैं यह दर्द सहन नहीं कर पा रहा हूं। रिटायर्ड होने के बाद अपनी मां को अपने साथ नहीं ला सका। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।

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