नई दिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया मुद्रा के अवैध व्यापार को रोकने के लिए इतिहास में पहली बार 200 रुपए का नया नोट लाने जा रही है। माना जा रहा है कि अगस्त के आखिरी दिनों या सितंबर के पहले हफ्ते में आम लोगों के हाथ में 200 रुपए का यह नया नोट आ सकता है।
मामले के बारे में जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया कि 100 रुपए और 500 रुपए के बीच का कोई नोट अभी तक उपलब्ध नहीं है। लिहाजा आरबीआई का मानना है कि 200 रुपए का नया नोट काफी उपयोगी होगा। इसके साथ ही आम लोगों तक नोटों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए आरबीआई हर संभव कोशिश कर रही है।
ऐसी रिपोर्ट आ रही हैं कि नोटबंदी के बाद जारी किए गए नए 2000 रुपए के नोट की अवैध तरीके से होर्डिंग की गई और कालाबाजारी हुई। आरबीआई की कोशिश है कि किसी तरह जाली नोटों पर लगाम लगाई जा सके। सूत्रों के मुताबिक, 200 के नोट के दो फायद होंगे। पहला, कैश लेन-देन में आसानी होगी और दूसरा इससे कुल करंसी में छोटे नोटों की संख्या बढ़ जाएगी।
गौरतलब है कि नोटबंदी से पहले 500 के 1,717 करोड़ नोट थे और 1000 के 686 करोड़ नोट बाजार में चलन में थे। SBI की इकोनॉमिक रिसर्च के मुताबिक नोटबंदी के बाद बड़े नोटों के शेयर में 70 फीसदी की कमी आई है। आरबीआई का कहना है कि लोगों के लिए लेन-देन को आसान करने के मकसद से इन नोटों को जारी किया जा रहा है।