अहमदाबाद। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी के अहमदाबाद पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गले लगकर उनका स्वागत किया। इसके बाद जापानी पीएम को गार्ड अॉफ अॉनर दिया गया।
पीएम मोदी का जापान के पीएम शिंजो एबी के साथ अहमदाबाद में रोड शो करने के बाद साबरमती आश्रम पहुंचे। यहां जापानी पीएम और उनकी पत्नी ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया।
8 किलोमीटर लंबा रोड शो अहमदाबाद हवाई अड्डे से शुरू होकर साबरमती आश्रम पर खत्म हुआ। रास्ते में 28 जगहों पर गायकों की मंडली के साथ बड़ी संख्या में लोगों ने मोदी और एबी का अभिनंदन किया।
रोड शो के पूरे रास्ते में 28 छोटे स्टेज बनाए गए थे।, जहां 28 अलग-अलग राज्यों के नर्तक पारंपरिक वेश भूषा में अपनी कला का प्रदर्शन किया।
रोड शो साबरमती रिवरफ्रंट से भी गुजरा। साबरमती आश्रम का दौरा करने के बाद दोनों नेता आराम करेंगे। इसके बाद जापानी पीएम शिंजो आबे अहमदाबाद की मशहूर सीदी सैयद मस्जिद को देखने जाएंगे।
उनके साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी होंगे। सुन्नी वक्फ कमिटी के चेयरमैन रिजवान कादरी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी खुद जापानी पीएम शिंजो एबी को सीदी सैयद मस्जिद की अहमियत और इतिहास बताना चाहते हैं।
यह मस्जिद संस्कृति और खूबसूरती का मिश्रण है। पीएम मोदी और जापान के पीएम शिंजो एबी 14 सितंबर को सुबह 10 बजे देश की पहली बुलेट ट्रेन की आधारशिला रखेंगे।
एबी और मोदी 12वें भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन में शिरकत करेंगे। मोदी और एबी के बीच यह चौथा वार्षिक शिखर सम्मेलन होगा। भारत और जापान के बीच कई समझौते भी होंगे।
एबी पीएम मोदी के साथ गांधी नगर में गांधी कुटीर भी जाएंगे। आबे पीएम मोदी के साथ रोड शो करते हुए साबरमती आश्रम पहुंचेंगे। इसके बाद आबे और पीएम मोदी सीदी सैयद मस्जिद जाएंगे।
गुरुवार को बुलेट ट्रेन की रखेंगे आधारशिला –
गुरुवार को पीएम मोदी और शिंजो आबे देश की पहली बुलेट ट्रेन की आधारशिला रखेंगे। यह प्रोजेक्ट 2022 तक पूरा किए जाने का लक्ष्य है। सके बाद दोनों नेताओं के बीच एक बैठक भी होगी। इस दौरान जापान और गुजरात सरकार के बीच जापान इंडिया इंस्टीट्यूट मैन्युफैक्चरिंग की स्थापना के लिए भी एक एमओयू साइन होगा।
ऐसा माना जा रहा है कि दोनों देशों के बीच इन्फ्रास्ट्रक्चर में इन्वेस्टमेंट, मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसे क्षेत्रों में सहयोग के अलावा एशिया-अफ्रीका ग्रोथ कॉरीडोर और रक्षा संबंधों को बढ़ाने के बारे में बातचीत हो सकती है।