सीडीएस जनरल बिपिन रावत नहीं रहे। तमिलनाडु में हुए सेना के एमआई हेलीकाप्टर क्रेश हादसे में उनके सहित उनकी पत्नी मधुलिका का भी निधन हो गया है। भारतीय वायुसेना ने इस सूचना की पुष्टि की है। हेलीकाप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
नजदीकी सेना के अस्पताल में सभी घायलों को भर्ती कराया गया था। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक हेलीकाप्टर में सवार 14 लोगों में 13 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। साथ ही जानकारी है कि शवों की पहचान डीएनए जांच से की जाएगी। सरकार गुरुवार को संसद में दुर्घटनाग्रस्त हुए सैन्य हेलीकॉप्टर एमआई-17 वी5 के बारे में जानकारी देगी। वहीं, दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए भारतीय वायु सेना ने जांच के आदेश दिए हैं।
जनरल रावत के अलावा, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और ब्रिगेडियर एलएस लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह, एनके गुरुसेवक सिंह, एनके जितेंद्र कुमार, एल/एनके विवेक कुमार, एल/एनके बी साई तेजा, हवलदार सतपाल सहित सेना के 13 अन्य जवान हेलीकॉप्टर में सवार थे।
63 वर्षीय रावत को 2019 के अंत में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार द्वारा भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के रूप में नियुक्त किया गया था। दुर्घटना कुन्नूर शहर के पास दोपहर के आसपास हुई, और मृतकों में एमआई -17 वी 5 के चालक दल के चार सदस्य शामिल हैं। भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के दुखद निधन पर शोक व्यक्त करते हुए, पीएम मोदी ने जनरल रावत की सराहना की और उन्हें एक उत्कृष्ट सैनिक, एक सच्चा देशभक्त करार दिया, जिन्होंने हमारे सशस्त्र बलों और सुरक्षा तंत्र के आधुनिकीकरण में बहुत योगदान दिया। पीएम ने ट्वीट किया, “तमिलनाडु में हेलीकॉप्टर दुर्घटना से मैं बहुत दुखी हूं, जिसमें हमने जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी और सशस्त्र बलों के अन्य कर्मियों को खो दिया है। उन्होंने अत्यंत परिश्रम के साथ भारत की सेवा की। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।”