मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के ग्वालियर (Gwalior) जिले से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है. पुलिस ने लगभग 1 महीने पहले जहर से हुई 10 साल के नाबलिग बच्चे के मौत की गुत्थी सुलझा ली है. पुलिस द्वारा की जांच में सामने आया है कि मासूम बच्चे (Innocent child) को उसकी ही सौतेली मां (Step mother) ने खाने में जहर देकर मार दिया था. इसके बाद अस्पताल में बच्चे की हालत बिगड़ने पर तड़पते हुए उसने दम तोड़ दिया. जहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया था.
दरअसल, ये मामला ग्वालियर जिले में मुरार तहसील के बड़ागांव का है. पुलिस अधिकारी के मुताबिक मर्डर को घटना का रूप दिया गया था. लेकिन डॉक्टर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस द्वारा की जांच-पड़ताल में पूरा मामला खुल गया. वहीं, पुलिस ने बच्चे की सौतेली मां ने जहर देने की बीत कुबूल ली है. जहर की पुड़ियां भी बरामद हो गई है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मुरार के बड़ागांव खुरैरी के रहने वाले राजू मिर्धा के 10 साल का बेटे नितिन मिर्धा की 24 अगस्त को खाना खाने के बाद अचानक तबीयत बिगड़ गई. वह बार-बार उल्टी कर रहा था. गंभीर हालत में उसे हॉस्पिटल में एडमिट किया गया. जहां उसने इलाज के दौरान तड़पते हुए दम तोड़ दिया. वहीं, डॉक्टर ने बच्चे के शरीर में जहर होने की पुष्टि की थी.
जहर के कारण शक की सूई गई मां पर
गौरतलब है कि पिता राजू की दूसरी पत्नी और नितिन की सौतेली मां जूली ने आशंका जताई थी कि नितिन ने खाने में कुछ जहरीला पदार्थ खा लिया है. पर डॉक्टरों का कहना था कि ऐसा जहर नहीं है जो आमतौर पर खाने में आया हो. यह बहुत तेज जहर है. इसके बाद पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर पोस्टमार्टम कराया था. इस मामले में पुलिस ने अपनी जांच-पड़ताल तेज की तो बार-बार शक की सुई मृतक की सौतेली मां जूली पर आ टिकी थी.
सख्ती से पूछताछ में मां ने उगला सच
बता दें कि जब पुलिस ने बच्चे की मौत पर सौतेली मां से सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी महिला ने सब कबूल लिया. आरोपी महिला ने पुलिस को बताया कि मृतक नितिन को उसकी पहली मां की मौत के बाद FD के 18 लाख रुपए मिले थे. इस दौरान पिता ने नितिन के नाम से एफडी कर दिया था. सौतेली मां जूली उसमें से कुछ रुपये मांग रही थी, लेकिन पति ने देने से इनकार कर दिया था.
पुलिस ने आरोपी मां को किया गिरफ्तार
इस मामले में पुलिस ने पति राजू की तहरीर पर बेटे नितिन की हत्या के मामले में जूली के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है. जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.