कहते हैं कि लाख प्रतिबंधों के बाद भी शराब पीने वाले इसका तोड़ निकाल ही लेते हैं, फिर चाहे वह अंतरिक्ष ही क्यों न हो। कुछ ऐसा ही हुआ था वर्ष 1997 में जब रूसी अंतरिक्ष यात्री मीर स्पेस स्टेशन पर शराब पीने पर प्रतिबंध के बाद भी अपने साथ ब्रांडी लेकर गए थे और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी थी। शराब को अंतरिक्ष तक ले जाने के लिए अंतरिक्षयात्रियों ने अनोखा तरीका अपनाया था जिसका खुलासा अब हुआ है। खुद रूसी अंतरिक्षयात्रियों ने इसे स्वीकार किया है। आइए जानते हैं कि किस तरह से रूसी अंतरिक्ष यात्री शराब को अंतरिक्ष तक ले जाने में सफल रहे….(तस्वीर: वायरल हो रही NASA की तस्वीर)
ISS पर ऐसे पहुंची ब्रांडी
रूसी अंतरिक्ष यात्रियों ने स्वीकार किया कि वे वर्ष 1997 में अपने साथ ब्रांडी की बोतल स्पेस स्टेशन तक लेकर गए थे। अंतरिक्ष यात्रियों ने शराब को अपने विशेष सूट के अंदर छिपा रखा था और उसे जूस का बॉटल करार दिया था। यही नहीं उन्होंने अपने साथ जा रही किताबों को कम करके उनकी जगह पर शराब की बोतलें छिपा दी थीं। डेली मेल की खबर के मुताबिक एक अंतरिक्ष यात्री ने तो अपने कलाई पर बंधे रिस्ट बैंड के अंदर भी शराब की बोतल को छिपा रखा था। इस रिस्ट बैंड का इस्तेमाल ब्लड प्रेशर मापने के लिए किया जाता था। कुछ यात्रियों ने तो अपना वजन कम करने के लिए खाना कम खाया ताकि बचे हुए वजन के बराबर शराब की बोतल को अपने स्पेस सूट के अंदर ले जाया जा सके। इसका फायदा यह हुआ कि रूसी अंतरिक्ष यात्री बिना किसी की नजर में आए अंतरिक्ष स्टेशन तक शराब की बॉटल लेकर पहुंच गए।
स्पेस स्टेशन पर हुई थी दारू पार्टी, तस्वीर वायरल
साल 1990 के दशक की एक फोटो वायरल हो रही है जिसमें अंतरिक्ष यात्री मीर स्पेस स्टेशन पर ‘कोगनैक पार्टी’ (ब्रांडी पार्टी) करते हुए नजर आ रहे हैं। इसे नासा के अंतरिक्ष यात्री ने खींची थी। आधिकारिक रूप से अंतरिक्ष स्टेशन पर शराब का सेवन बैन है क्योंकि इसमें पाया जाने वाला एक तत्व इथनॉल अंतरिक्ष स्टेशन के उपकरणों को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। यही नहीं बाथरूम जाते समय भी शराब संकट पैदा कर सकती है। नासा के मुताबिक शराब और उसमें पाए जाने वाले तत्व स्पेस स्टेशन के वॉटर रिकवरी सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यहां तक कि जिन उत्पादों में अल्कोहॉल पाया जाता है जैसे माउथवॉश, हैंड सैनिटाइजर और परफ्यूम भी स्पेस स्टेशन पर प्रतिबंधित है। उधर, अंतरिक्ष यात्रियों ने दावा किया है कि अंतरिक्ष में शराब की केवल एक बूंद ही आपको शांत रखती है और तनाव को खत्म कर देती है।
पहले राशन में शामिल थी शराब
पूर्व अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर लाजुटकिन ने वर्ष 2010 में बताया था कि शुरू में अल्कोहॉल से बने उत्पाद अंतरिक्षयात्रियों के राशन में शामिल थे। उन्होंने दावा किया कि डॉक्टरों ने कोगनैक के इस्तेमाल को इम्युन सिस्टम को मजबूत करने के लिए फायदेमंद बताया था। हालांकि बाद में रूस की अंतरिक्ष एजेंसी रोसकोसमोस ने शराब के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया और मजबूरन अंतरिक्षयात्रियों को शराब चोरी से अंतरिक्ष स्टेशन तक ले जाना पड़ा था। अंतरिक्ष यात्री इगोर वोल्क ने बताया कि उन्होंने और उनके अन्य साथियों ने Salyut 7 अंतरिक्ष यान पर सवार होने से ठीक पहले अपना वजन कम कर लिया था ताकि शराब के पाउच को बिना पकड़ में आए स्पेससूट के अंदर छिपाया जा सके। अंतरिक्षयात्रियों ने कहा कि पृथ्वी के विपरीत शराब आपको अंतरिक्ष में जल्द सोने में मदद करती है और जब आप सोकर उठते हैं तो अगले दिन आप तरोताजा महसूस करते हैं।
अंतरिक्षयात्रियों ने शराब की खातिर इस तरह से घटाया वजन
रूसी अंतरिक्ष यात्री वोल्क ने कहा, ‘लॉन्च से पहले हमने कुछ नहीं खाया। केवल ब्रेड और चाय लेते रहे। इसका नतीजा यह हुआ कि हमने करीब दो किलो वजन कम कर लिया। हमने शराब को सेलफोन के छोटे बैग के अंदर भरा और जब हम स्पेस सूट पहन रहे थे, तब हमने शराब के इन पाउच को उसके अंदर छिपा दिया। उन्होंने कहा कि हमने एक किताब के अंदर हिस्से को हटा दिया ताकि उसकी जगह पर कोगनैक की बोतल को रखा जा सके।’ उन्होंने कहा, ‘यह एक मोटी किताब थी जिसके अंदर के पन्ने निकालकर उसकी जगह पर शराब को रखा जा सकता था। हमने उसकी जगह पर डेढ़ लीटर शराब रख दिया। सबसे महत्वपूर्ण बात यह रहीं कि किताब के अंदर से गड़गड़ाहट की आवाज नहीं आई।’ एक और अंतरिक्ष यात्री ने माना कि वह अपने सूट के अंदर कई बॉटल शराब लेकर गए थे। एक अंतरिक्ष यात्री ने मांग की कि स्पेस स्टेशन पर भी शराब के सेवन की अनुमति दी जाए।