दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित भाजपा की धन्यवाद रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विविधता में एकता-भारत की विशेषता है। जीवन से जब अनिश्चितता निकल जाती है, एक बड़ी चिंता हट जाती है तो उसका प्रभाव क्या होता है, ये मैं आज आप सभी के चेहरों पर देख रहा हूं। आपके उत्साह में देख रहा हूं। यह रामलीला मैदान है, ये अनेक अवसरों का साक्षी रहा है। हम सभी को आशीर्वाद देने के लिए देश के कोने-कोने से लोग आए हैं, आप सबका बहुत-बहुत धन्यवाद।
ममता दीदी सीधे कोलकाता से वियना पहुंच गईं: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ साल पहले तक यही ममता दीदी संसद में खड़े होकर गुहार लगा रहीं थीं कि बांग्लादेश से आने वाले घुसपैठियों को रोका जाए, वहां से आए पीड़ित शरणार्थियों की मदद की जाए। संसद में स्पीकर के सामने कागज फेंकती थी।
उन्होंने कहा कि दीदी, अब आपको क्या हो गया? आप क्यों बदल गयी? अब आप क्यों अफवाह फैला रही हों? चुनाव आते हैं, जाते हैं, सत्ता मिलती है चली जाती है, मगर आप इतना क्यों डरी हो। बंगाल की जनता पर भरोसा करो, बंगाल के नागरिकों को आपने दुश्मन क्यों मान लिया है?
पीएम ने कहा कि ये ऐसे लोग हैं जिन्हें जम्मू कश्मीर की विधानसभा में महिला और पुरुष के आधार पर बने स्थाई निवासी कानून से कोई दिक्कत नहीं थी, लेकिन यहां धार्मिक अल्पसंख्यकों का रास्ता आसान हो, इससे इन्हें दिक्कत हो रही है।
कांग्रेस तिलमिलाई हुई है कि आखिर क्यों मोदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समर्थन मिलता है
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी आज इस बात से भी तिलमिलाए हुए हैं कि आखिर क्यों मोदी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और खासकर मुसलिम बहुल देशों में इतना समर्थन मिलता है। क्यों वो देश मोदी को इतना पसंद करते हैं? अफगानिस्तान हो या फिलिस्तीन, सऊदी अरब हो या यूएई, मालदीव हो या बहरीन। इन सब देशों ने भारत को अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया है। भारत की संस्कृति के साथ अपने रिश्ते को और प्रगाढ़ करने की कोशिश की है।
सीएए का विरोध करने वालों के हाथ में तिरंगा देखकर सुकून मिलता है
नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वालों के हाथ में जब ईंट-पत्थर देखता हूं तो मुझे तकलीफ होती है। लेकिन मेरी सोच अलग है। जब उनके हाथ में हिंसा के साधन देखता हूं तो मुझे तकलीफ होती है। परन्तु जब उन्हीं में से कुछ के हाथ में तिरंगा देखता हूं, तो सुकून भी होता है।
उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि एक बार जब हाथ में तिरंगा आ जाता है तो वो फिर कभी हिंसा का, अलगाव का, बांटने की राजनीति का समर्थन नहीं कर सकता। मुझे पूरा विश्वास है कि हाथ में थमा यह तिरंगा इन लोगों को हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ, हथियार उठाने वालों के खिलाफ, आतंकवादी हमले करने वालों के खिलाफ भी आवाज उठाने के लिये प्रेरित करेगा।
आज जो पार्टियां यहां शोर मचा रही हैं, वो 2004 में कहां थीं जब वहां की सरकार ने कहा कि राज्य से बाहर के निवासी से शादी करने पर जम्मू-कश्मीर की बेटियों की वहां की नागरिकता खत्म हो जाएगी। क्या वो भेदभाव भारत के संविधान की स्पिरिट के अनुसार था।
हिंदुस्तान की मिट्टी के मुसलमानों का नागरिकता कानून और एनआरसी से मतलब नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि जो हिंदुस्तान की मिट्टी के मुसलमान हैं, उनसे नागरिकता कानून और एनआरसी दोनों का ही कोई लेना-देना नहीं है। पीएम मोदी ने विपक्ष पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग नागरिकता कानून को गरीबों के खिलाफ ही बता रहे हैं, कह रहे हैं कि जो लोग आएंगे वो यहां के गरीबों का हक छीन लेंगे।
उन्होंने कहा कि अरे झूठ फैलाने से पहले कम से कम गरीबों पर तो दया करो भाई। ये एक्ट उन लोगों पर लागू होगा जो बरसों से भारत में ही रह रहे हैं। किसी नए शरणार्थी को इस कानून का फायदा नहीं मिलेगा। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से धार्मिक प्रताड़ना की वजह से आए लोगों को सुरक्षा देने के लिए ये कानून है।
महात्मा गांधी के वादे के अनुसार है कानून
महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू और सिख साथियों को जब लगे कि उन्हें भारत आना चाहिए तो उनका स्वागत है। ये रियायत तब की भारत की सरकार के वादे के मुताबिक है।
पीएम बोले- जो शरणार्थी आए हैं उसमें से अधिकतर दलित परिवार से हैं
पाकिस्तान से जो शरणार्थी आए हैं उसमें से अधिकतर दलित परिवार से हैं। वहां आज भी दलितों के साथ दुर्व्यवहार होता है। वहां बेटियों के साथ अत्याचार होता है, जबरन शादी करके उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जाता है। ये इसलिए किया जाता है कि उनकी आस्था, पूजा पद्धति अलग है। ऐसे शोषण के कारण ही वो भारत आए और देश के अलग अलग कोनो में रह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैं दलित राजनीति करने का दावा करने वालों से भी पूछना चाहता हूं कि आप इतने वर्षों से चुप क्यों थे, आपको इन दलितों की तकलीफ कभी क्यों नहीं दिखाई दी। आज जब इन दलितों के जीवन की सबसे बड़ी चिंता दूर करने का काम मोदी सरकार कर रही है तो आपके पेट में चूहे क्यों दौड़ रहे हैं।
रिफ्यूजी का जीवन क्या होता है, बिना कसूर के अपने घरों से निकाल देने का दर्द क्या होता है, ये दिल्ली से बेहतर कौन समझ सकता है। यहां का कोई कोना ऐसा नहीं है, जहां बंटवारे के बाद किसी रिफ्यूजी का और बंटवारे से अल्पसंख्यक बने भारतीय का आंसू ना गिरा हो।
अर्बन नक्सल डिटेंशन सेंटर की अफवाह फैला रहे हैं
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसके साथी, शहरों में रहने वाले कुछ पढ़े लिखे नक्सली -अर्बन नक्सल, ये अफवाह फैला रहे हैं कि सारे मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में भेज दिया जाएगा।कुछ तो अपनी शिक्षा की कद्र करिए। एक बार पढ़ तो लीजिए नागरिकता संशोधन एक्ट है क्या? अब भी जो भ्रम में हैं, मैं उन्हें कहूंगा कि कांग्रेस और अर्बन नक्सलियों द्वारा उड़ाई गई डिटेन्शन सेंटर की अफवाह सरासर झूठ हैं।
पीएम बोले- हमने लाभार्थी चुनते समय कभी कागजों की बंदिशें नहीं लगाईं
आज जो लोग कागज-कागज, सर्टिफिकेट-सर्टिफिकेट के नाम पर मुस्लिमों को भ्रमित कर रहे हैं, उन्हें ये याद रखना चाहिए कि हमने गरीबों की भलाई के लिए, योजनाओं के लाभार्थी चुनते समय कभी कागजों की बंदिशें नहीं लगाईं। मैं जानना चाहता हूं कांग्रेस और उसके साथियों से, उसकी तरह देश को बांटने की राजनीति करने वाले दलों से कि आप क्यों देश की जनता से झूठ बोल रहे हैं, उन्हें भड़का रहे हैं। देशहित में ऐसी राजनीति बंद करिए।
उन्होंने हिंसा पर कहा कि स्कूल बसों पर हमले हुए, ट्रेनों पर हमले हुए, मोटर साइकिलों, गाड़ियों, साइकिलों, छोटी-छोटी दुकानों को जलाया गया है, भारत के ईमानदार टैक्सपेयर के पैसे से बनी सरकारी संपत्ति को खाक कर दिया गया है। इसके बाद इनके इरादे कैसे हैं, ये देश अब जान चुका है।
नागरिकता संशोधन कानून भारत के किसी नागरिक के लिए है ही नहीं
नागरिकता संशोधन कानून भारत के किसी नागरिक के लिए, चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान, के लिए है ही नहीं। ये संसद में बोला गया है। ये कानून का इस देश के अंदर रह रहे 130 करोड़ लोगों से कोई वास्ता नहीं है।
पुलिसवालों को अपनी ड्यूटी करते समय हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है
नागरिकता कानून के विरोध में पुलिसवालों पर हो रहे हमलों पर पीएम मोदी ने कहा कि पुलिस वालों को अपनी ड्यूटी करते समय हिंसा का शिकार होना पड़ रहा है। जिन पुलिसवालों पर ये लोग पत्थर बरसा रहें हैं, उन्हें जख्मी करके आपको क्या मिलेगा? आजादी के बाद 33 हजार से ज्यादा पुलिसवालों ने, शांति के लिए, आपकी सुरक्षा के लिए शहादत दी है। जब कोई संकट या मुश्किल आती है तो ये पुलिस न धर्म पूछता है न जाति पूछता है, न ठण्ड देखता है न बारिश देखता है और आपकी मदद के लिए आकर खड़ा हो जाता है।
उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग उपदेश दे रहे हैं, लेकिन शांति के लिए एक शब्द बोलने के लिए तैयार नहीं हैं, हिंसा रोकने के लिए एक शब्द बोलने के लिए तैयार नहीं है। इसका मतलब है कि हिंसा को, पुलिस पर हो रहे हमलों को आपकी मौन सहमति है। ये देश देख रहा है।
उन्होंने कहा कि झूठ बेचने वाले, अफवाह फैलाने वाले इन लोगों को पहचानने की जरूरत है। ये दो तरह के लोग हैं। एक वो लोग जिनकी राजनीति दशकों तक वोटबैंक पर ही टिकी रही है। दूसरे वो लोग जिनको इस राजनीति का लाभ मिला है। वोट बैंक की राजनीति करने वाले और खुद को भारत का भाग्य विधाता मानने वाले, आज जब देश की जनता द्वारा नकार दिए गए हैं, तो इन्होंने अपना पुराना हथियार निकाल लिया है- बांटों, भेद करो और राजनीति का उल्लू सीधा करो।
आप मोदी का पुतला जलाओ, लेकिन देश की संपत्ति मत जलाओ
मैं इन लोगों को कहना चाहता हूं कि मोदी को देश की जनता ने बैठाया, ये अगर आपको पसंद नहीं है, तो आप मोदी को गाली दो, विरोध करो, मोदी का पुतला जलाओ। लेकिन देश की संपत्ति मत जलाओं, गरीब की रिक्शा मत जलाओं, गरीब की झोपडी मत जलाओ।
पीएम मोदी ने नागरिकता कानून को लेकर हो रही हिंसा को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा
पीएम मोदी ने नागरिकता कानून को लेकर हो रही हिंसा को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होने कहा कि ये लोग किस तरह अपने स्वार्थ के लिए, अपनी राजनीति के लिए किस हद तक जा रहे हैं, ये आपने पिछले हफ्ते भी देखा है। जो बयान दिए गए, झूठे वीडियो, उकसाने वाली बातें कहीं, उच्च स्तर पर बैठे लोगों ने सोशल मीडिया में डालकर भ्रम और आग फैलाने का गुनाह किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद कुछ राजनीतिक दल तरह-तरह की अफवाहें फैलाने में लगे हैं, लोगों को भ्रमित कर रहे हैं, भावनाओं को भड़का रहे हैं। मैं उनसे जानना चाहता हूं, क्या जब हमने दिल्ली की सैकड़ों कॉलोनियों को वैध करने का काम किया, तो किसी से पूछा क्या कि आपका धर्म है, आपकी आस्था क्या है, आप किस पार्टी के समर्थक हैं।
उन्होंने कहा कि हमने उज्ज्वला योजना के तहत जब 8 करोड़ से ज्यादा गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिये, तो क्या किसी का धर्म या जाति पूछी थी? मैं कांग्रेस और उसके साथियों से जानना चाहता हूं कि आप क्यों देश की जनता से झूठ बोल रहे हो, क्यों उन्हें भड़का रहे हो।
40 लाख से ज्यादा लोगों के जीवन में आया नया सवेरा
उन्होंने कहा कि मुझे संतोष है कि दिल्ली के 40 लाख से ज्यादा लोगों के जीवन में नया सवेरा लाने का एक उत्तम अवसर मुझे और भाजपा को मिला है। आपको अपने घर आपनी जमीन, अपने जीवन की सबसे बड़ी पूंजी पर संपूर्ण अधिकार मिला, इसके लिए आप सबको बहुत-बहुत बधाई।
पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव आते थे तो तारीखें आगे बढाई जाती थी, बुलडोजर का पहियां कुछ समय के लिए रुक जाता था, लेकिन समस्या वहीं की वहीं रहती थी। आपको इस चिंता से मुक्त करने और इस समस्या के स्थायी समाधान की ईमानदारी और नीयत इन लोगों ने कभी नहीं दिखाई।
1200 से ज्यादा कॉलोनियों के नक्शे पोर्टल पर डाले जा चुके हैं
विपक्ष के लोगों की इस रफ्तार को देखते हुए हमने कहा कि ऐसा नहीं चलेगा और न मैं चलने दूंगा। इसलिए हमने इस साल मार्च में ये काम अपने हाथ में लिया। लोकसभा और राज्यसभा के बीते सत्र में दिल्ली की कॉलोनियों से जुड़ा बिल पास कराया जा चुका है। इतने कम समय में टेक्नोलॉजी की मदद से दिल्ली की 1700 से ज्यादा कॉलोनियों की बाउंड्री को चिह्नित करने का काम पूरा किया जा चुका है। इतना ही नहीं 1200 से ज्यादा कॉलोनियों के नक्शे भी पोर्टल पर डाले जा चुके हैं।
पीएम का आरोप- दो हजार से ज्यादा बंगले करीबियों को दिए गए थे
आप सोचिये जिन लोगों पर आप लोगों ने अपने घरों को नियमित कराने के लिए भरोसा किया था, वो खुद क्या कर रहे थे? इन लोगों ने दिल्ली के सबसे आलीशान और सबसे महंगे इलाकों में दो हजार से ज्यादा बंगले, अवैध तरीके से अपने करीबियों को दे रखे थे। पहले जो सरकार चला रहे थे उन्होंने इन बंगलों में रहने वालों को तो पूरी छूट दी, लेकिन आपके घरों को नियमित करने के लिए कुछ किया भी नहीं और जब मैं कर रहा था तो रोड अटकाने का कोई मौका भी नहीं छोड़ा।
उन्होंने कहा कि हमने एक तरफ वीआईपी लोगों से दिल्ली के 2000 से ज्यादा बंगले खाली कराए हैं और 40 लाख से ज्यादा गरीबों और मध्यम वर्ग को उनके घर का हक भी दे दिया है। उनके वीआईपी उनको मुबारक, मेरे वीआईपी तो आप लोग हैं, देश का सामान्य मानवी है।
दिल्ली मेट्रो के फेज-4 को लेकर पीएम ने साधा विपक्ष पर निशाना
दिल्ली मेट्रो के फेज-4 को लेकर अगर यहां की राज्य सरकार ने बेवजह के अड़ेंगे न लगाए होते, तो इसका काम भी काफी पहले शुरू हो गया होता। इसलिए मैं कहता हूं कि आप के नाम पर राजनीति करने वाले, आपकी तकलीफों को कभी न समझे हैं और न समझने का इरादा है।
शहर में प्रदूषण कम हो, इसके लिए भी हमने निरंतर प्रयास किया
दिल्ली के भीतर सड़कों पर ध्यान देने के साथ ही, दिल्ली के चारों ओर पेरिफरल एक्सप्रेस वे का निर्माण किया गया है, ये एक्सप्रेस वे भी बरसो से अटका, भटका, लटका पड़ा था, इसे पूरा करने का काम भी हमारी सरकार ने किया है। शहर में प्रदूषण कम हो, इसके लिए भी हमने निरंतर प्रयास किया है। बीते पांच वर्षों में दिल्ली में सैकड़ों नए सीएनजी स्टेशन बनाए गए हैं। यहां जो उद्योग-धंधे चल रहे हैं, उनमें से आधों को पीएनजी आधारित बनाया जा चुका है।
पीएम मोदी ने आप सरकार पर साधा निशाना
पीएम मोदी ने आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज दिल्ली में जो राज्य सरकार है, वो यहां की सबसे बड़ी समस्या से आंख मूंद कर बैठी है। ये समस्या है पीने के पानी की। इन लोगों के अनुसार पूरी दिल्ली में हर जगह बिसलरी जैसा साफ पानी मिलता है।
भाजपा जो कहती है, वह करती है: मनोज तिवारीपीएम मोदी के संबोधन से पहले दिल्ली के भाजपा नेताओं ने लोगों को संबोधित किया। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने गाने के अंदाज में विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि एक अकेला मोदी खड़ा है भारत देश बचाने को, सारे विपक्षी साथ खड़े हैं केवल उसे हराने को। उन्होंने कहा कि भाजपा जो कहती है, वह करती है। यही हमारी पहचान है यही हमारा मंत्र है। उन्होंने कहा कि मुझे नांगलोई के लोग याद आ रहे हैं, जिन्होंने मुझे घर का मालिकाना हक दिलाने को कहा था। तीमारपुर, सीमापुरी के लोगों ने कहा कि उन्हें पानी तक नहीं मिलता है। आज मेरे मन को सुकून मिला है। भाजपा की केंद्र सरकार उनके लिए जो कर सकती थी वह किया।दिल्ली के लोग विकास चाहते हैं झगड़ नहीं: विजय गोयलविजय गोयल ने कहा कि जिस तरह दिल्ली में दो दिन तनाव रहा और कुछ पार्टियों ने लोगों को भड़काकर माहौल को खराब किया, लेकिन आज की रैली ने बता दिया है कि दिल्ली के लोग विकास चाहते हैं झगड़ नहीं। दिल्ली के लोगों को जो आज मालिकाना हक मिला है वह सालों से लटका हुआ था।गौतम गंभीर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधापूर्वी दिल्ली से सांसद गौतम गंभीर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बसों में पैर रखने की जगह नहीं है। साफ हवा में सांस नहीं ले सकते हैं। गंभीर ने पूछा कि क्या हम इस तरह की दिल्ली चाहते हैं। क्या हम इस तरह का मुख्यमंत्री चाहते हैं जो एक रुपये का काम करता है और 100 रुपये का विज्ञापन करता है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को एक ऐसी सरकार चाहिए जो सच्चाई से दिल्ली की जनता के लिए काम कर सके। मैं जानता हूं कि आप लोगों का आशीर्वाद भाजपा को मिलेगा और हम दिल्ली में सरकार बनाएंगे।