जबलपुर । ऑटो की किस्त जमा करने के लिए घर में शुरू हुई कलह ने गंभीर रूप ले लिया। पति के उलाहने से परेशान होकर महिला ने कीटनाशक खा लिया। स्वजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे तब तक उसकी 18 साल की बेटी ने घर में जहरीले पदार्थ का सेवन कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। घटना पनागर के सकरी गांव की है।
छोटी बहन ने देखा तो पिता को फोन किया पनागर थाना प्रभारी आरके सोनी ने बताया कि सकरी निवासी पंचम चौधरी की पत्नी खिलौना बाई (35) ने शुक्रवार को घर में ही जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था। उस समय पंचम सकरी अंधुवा गांव में उड़द कटाई के लिए मजदूरी करने गया था। उसकी बड़ी बेटी रंजीता चौधरी (18) ने उसे फोन पर मां खिलौना बाई द्वारा जहरीले पदार्थ के सेवन की जानकारी दी।
पंचम घर पहुंचा और पत्नी को लेकर पनागर अस्पताल पहुंचा जहां उसे भर्ती कर लिया गया। मां के अस्पताल जाने के कुछ देर बाद रंजीता ने भी घर में जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। पंचम की छोटी बेटी पूनम घर पहुंची तो रंजीता अर्धबेहोशी की हालत में मिली। रंजीता ने उसे विषपान करने की जानकारी दी। पूनम ने पिता पंचम चौधरी को घटना की जानकारी दी। पनागर अस्पताल से लौटकर वह घर पहुंचा और बेटी रंजीता को लेकर अस्पताल पहुंचा। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इधर, रंजीता की मां खिलौना बाई की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। थाना प्रभारी सोनी ने बताया कि पंचम चौधरी ने ऑटो खरीदा था। उसे हर माह 16 सौ रुपये किस्त जमा करनी पड़ती है। उसने विगत दिवस उक्त रकम पत्नी को रखने के लिए दी थी, जो उससे गृहस्थी के काम में खर्च हो गई। पंचम ने शुक्रवार को पत्नी से किस्त के पैसे मांगे और खर्च होने की बात पर घर में कहासुनी हो गई। इसके बाद पत्नी व बेटी ने आत्मघाती कदम उठा लिया।