देश में मॉनसून (Monsoon) समय सीमा पार करने के बाद भी सक्रिया है. इसकी वजह से गुजरात (Gujarat), बंगाल और महाराष्ट्र (Maharashtra) समेत आसपास की कई नदियों (River Water Level) का जल स्तर बढ़ रहा है. इसके चलते कई इलाकों में जलभराव (Water logging) का सामना करना पड़ रहा है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) के पूर्वानपुमान के अनुसार यूपी, मध्य प्रदेश समेत देश के कुल 10 राज्यों में झमाझम बारिश देखने को मिलेगी.
बुलेटिन में आईएमडी ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम झारखंड और छत्तीसगढ़ के उत्तर में चक्रवाती परिसंरचण के साथ कम दबाव बना हुआ है. अगल 24 घंटों के दौरान कम दबाव कमजोर हो सकात है. अगल तीन दिनों में ये पश्चिम- उतर-पश्चिम की और उत्तर छत्तीसगढ़ और उत्तरी मध्य प्रदेश में चक्रवाती परिसंचण के रुप में आगे बढ़ने की उम्मीद है.
राजस्थान में भी बारिश की संभावना
इसके अलावा आईएमडी के बुलेटिन में ये भी कहा गया है कि एक चक्रवाती परिसंचरण पश्चिमी राजस्थान और उसके पड़ोस में निचले क्षोभमंडल स्तर पर है और 24 सिंतबर तक इसके वहां रहने की संभावना है.
बुलेटिक के अनुसार 24 सितंबर तक पूर्व उत्र प्रदेश में भी ऐसा ही मौसम रहने की संभावना है. 26 सितंबर तक पूर्वी राजस्थान और गुजरात में भारी बारिश के साथ व्यापक रुप से बारिश होने की संभावना है. 24 सिंतबर तक छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश में और 23 सिंतबर तक मध्य महाराष्ट्र, गोवा, कोंकण और मराठवाड़ा में अलग-अलग भारी वर्षा के साथ व्यापक रूप से बारिश होने की संभावना है. इन क्षेत्रों में बारिश की गतिविधियां कल के बाद कम हो जाएगी. उत्तराखंड में 26 सितंबर तक भारी बारिश होने की संभावना है.
गुजरात में जलभराव की समस्या
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक गुजरात के वडोदरा शहर की वाघोड़िया तहसील के गांवों में भारी जलभराव हो गया है. पानी लोगों के कमर तक पहुंच गया था. वहीं महाराष्ट्र के नासिक में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिला. ज्यादा बारिश होने की वजह से गोदावरी नदी का जल स्तर बढ़ गया है. कोलकाता में पिछले 14 सालों सितंबर में एक दिन में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है. सोमवार सुबह साढ़े 8 बजे तक यहां 142 मिमी बारिश हुई थी.