रूस यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हो गया है। इस बीच करीब 24 घण्टे बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने जनता को सम्बोधित किया। बाइडन ने रूस की कड़ी निंदा की हमले को चिंताजनक बताया। हालांकि उन्होंने यूक्रेन में सेना भेजने से इनकार किया।
साथ ही कहा कि हम इसके खिलाफ कड़े कदम उठाएंगे। रूस पर प्रतिबंध लगाएंगे। वित्तीय व्यवस्था के खिलाफ सभी यूरोपीय देश एकजुट हैं। बाइडन ने कहा कि हम रूस के 4 और बैंक तथा रूस की कई कम्पनियों पर प्रतिबंध लगाने जा रहे हैं।
रसिया को हर क्षेत्र में प्रतिबंधित झेलने पड़ेंगे इससे रूस को बड़ा नुकसान होगा। कल नाटो का सम्मेलन होगा जिसमें 30 देश साथ आएंगे। हमारी सेनाएं यूक्रेन में सेना नहीं जाएंगी लेकिन यूक्रेन को सहयोग करेंगे।
हम एक साथ हैं। जर्मनी पोलैंड सहित कई देश इसमें शामिल हैं। हम सामुहिक रूप से कवच तैयार कर रहे हैं। बाइडन ने कहा कि हम नाटो को सहयोग देंगे। डिफेंस पर हमने बात की है। अमेरिकी परिवार को सुरक्षित रखना हमारा दायित्व है। गैस कम्पनियों को तेल आपूर्ति प्रभावित नहीं होने देना चाहिए।
बाइडन ने कहा कि अगर साइबर अटैक होते हैं तो हम जवाब देंगे। कल यूक्रेन के राष्ट्रपति से बात की थी। उन्हें हम राहत पहुंचाने की बात हुई। हम किसी धमकी के सामने नहीं झुकेंगे। यूक्रेन के लोग कई साल से समस्या झेल रहे हैं। वैश्विक शांति के लिए पूरी दुनिया को कदम उठाने चाहिए। बिना किसी कारण से युद्ध करना किसी देश पर कब्जा करना सही नहीं है।