आपसी मतभेदों को भुलाकर पुनः हंसी-खुशी से बिखरा परिवार हुआ एक
कटनी। जिला सत्र न्यायालय माननीय न्यायधीश धरमिंन्दर र्सिंह राठौर, अध्यक्ष के मार्गदर्शन पर एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण निर्देशानुसार सर्वप्रथम मां सरस्वती एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के तैलय चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम प्रारंभ हुआ उक्त आयोजित नेशनल लोक अदालत में आपसी समझौते हेतु 25 खंडपीठों का गठन और राजस्व विभाग में 23 खंडपीठ का गठन किया गया, इसी संदर्भ में कुटुम्ब न्यायालय में रूठे हुए दंपतियों को आपसी लडाई झगड़े भुलाकर पुनः प्रेम स्नेह के साथ हंसी-खुशी अपने परिवार में रहने हेतु प्रेरित किया।
समाजसेवी व अधिवक्ता रेखा अंजू तिवारी द्वारा बताया गया कि इस वृहत स्तर पर नेशनल लोक अदालत में हमारे कुटुम्ब में लगभग 200 प्रकरण आपसी समझौता के लिए रखे गए जिसमें से 80 प्रकरण पर विचार विमर्श कर उनका निराकरण किया गया और कुटुम्ब न्यायालय में ऐसे कई पति पत्नी के विवादित परिवारिक मामलों पर विचार विमर्श कर न्यायधीश रविन्द्र सिंह और समाजसेवी अधिवक्ता रेखा अंजू तिवारी, श्रीमति मीना सिंह बघेल, सुलहकरताओं द्वारा दोनों पक्षों को एक दूसरे को माला पहनाकर हँसी खुशी के साथ मिलकर पुनः बिखरे परिवारों को एक साथ मिलाया इस दौरान अन्य खंडपीठ पर चल रहे प्रकरण पर विचार विमर्श कर दूर-दूर ग्रामीण क्षेत्रों से आए पक्षकारों की बात सुनी और उनकी समस्याओ को लेकर उनका निराकरण किया गया।
इस नेशनल लोक अदालत में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पी एल वी सुश्री मधु सिंह, राजा अहिरवार, अधिवक्ता अरूण कुमार मिश्रा, अधिवक्ता शैलेन्द्र जैन सहित सभी का सहयोग प्राप्त हुआ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार इस वृहत स्तर पर नेशनल लोक अदालत में काफी-कुछ लोगों को लाभान्वित हुए।