आसमानी बिजली से जुड़े 25 रोचक तथ्य जरूर पढ़िए
1. आसमानी बिजली से संबंधित पढ़ाई को “Fulminology” कहा जाता है.
2. हर साल करीब 24,000 लोगो की मौत बिजली गिरने की वजह से होती है.
3. हर सेकेंड 40 बार बिजली गिरती है. मतलब दिन में करीब 30 लाख बार. ये सभी बिजली जमीन से नही टकराती इनमें से बहुत सी बादलों से बादलों पर गिरती है.
4. एक आसमानी बिजली में इतनी पाॅवर होती है कि 3 महीने तक 100 वाॅट का बल्ब जग सकता है.
5. आकाशीय बिजली का तापमान 30000°C होता है. यह सूर्य से 5 गुना ज्यादा गर्म होती है.
6. आकाशीय बिजली X-Ray किरणों से लैस होती है.
7. 1902 में, बिजली गिरने से ‘एफिल टाॅवर’ का ऊपरी हिस्सा बर्बाद हो गया था. जिसे बाद में पुन: ठीक किया गया.
8. आकाश से गिरने वाली बिजली लगभग 4 से 5 किलोमीटर लंबी होती है. इसकी फ्लैश 1 या 2 इंच चौड़ी होती है. इसमें 10 करोड़ volts के साथ 10000 Amps का करंट होता है.
9. आसमानी बिजली में इतनी ऊर्जा होती है कि एक बार में 1,60,000 ब्रेड के टुकड़े सेंके जा सकते है.
10. आकाशीय बिजली गिरने से पुरूषों के मरने की संभावना महिलाओ से पाँच गुना ज्यादा है.
11. अमेरिकी राज्य, ‘Utah’ में 1939 में बिजली गिरने से एक साथ 835 भेड़ो की मौत हो गई थी.
12. 1998 में, अफ्रीका के कांगो में football का मैच चल रहा था अचानक बिजली गिर गई. जिससे एक टीम के सभी 11 खिलाड़ी मर गए जबकि दूसरी टीम के किसी खिलाड़ी का बाल भी बांका नही हुआ.
13. एक ताजा वैज्ञानिक रिसर्च का कहना है, कि यदि इसी तरह से Global Warming बढ़ता रहा तो सन् 2100 तक आज के मुकाबले 50% ज्यादा बिजली गिरनी लगेगी
14.Venezuela देश की ‘Maracaibo झील’ में लगातार बिजली गिरती रहती है. एक रात में 10-10 घंटे और साल में 240 से 260 राते. यहाँ हर साल लगभग 12 लाख बार बिजली गिरती है.
15. बिजली गिरने के सबसे ज्यादा चांस दोपहर को होते है. यह इंसान के सिर, गले व कंधे पर सबसे ज्यादा असर डालती है.
16. रोशनी की रफ्तार ध्वनि से कई गुना ज्यादा तेज होती है. यही कारण है, कि हमें गिरती हुई बिजली पहले दिखाई दे जाती है और गर्जना की आवाज बाद में सुनाई देती है. यदि आपने बिजली दिखने और गर्जना सुनने के बीच में 5 तक गिनती गिन ली तो समझो यह आपसे 1 मील दूर गिरी है क्योंकि ध्वनि को 1 मील (1.6km) का सफर तय करने में 5 सेकेंड लगते है.
17. ‘स्टेच्यू ऑफ़ लिबर्टी’ पर हर साल 300 बार बिजली गिरती है. यदि इस पाॅवर को इकट्ठा किया जाए तो यह 600 volts बनती है.
18. अफ्रीकी जानवर ‘Bongo’ उन जली हुई लकड़ियों को खाता है जिन पर बिजली गिर जाती है.
19. यदि बारिश नही हो रही और बादल भी ना हो, तो भी आप बिजली से सुरक्षित नही है क्योंकि बिजली तूफान के centre से 3 मील दूर तक गिर सकती है.
20. हमें गिरती हुई नही बल्कि गिरकर वापिस उठती हुई बिजली दिखाई देती है. वापिस जाती हुई बिजली (जो फ्लैश असल में हमें दिखाई देती है) उसकी स्पीड 32 करोड़ फीट प्रति सेकंड और जो कड़कने आवाज हमें सुनाई देती है उसकी स्पीड 1100 फीट प्रति सेकंड होती है. इसके गिरने और उठने का काम 2 microseconds (मतलब 0.000002 सेकंड) के अंदर हो जाता है.
21. सुना है कि आसमानी बिजली एक ही जगह पर दो बार नही गिरती ?
दो बार छोड़ो, बल्कि यह एक ही जगह पर हज़ार बार गिर सकती है. जैसे ‘The Empire State Building’ पर हर साल 23 बार बिजली गिरती है और एक बार तो 24 मिनट के अंदर 8 बार गिरी थी.
22. क्या बिना आवाज के बिजली गिर सकती है ?
नही, ऐसा संभव नही है. हाँ, ऐसा हो सकता है कि आपने बिजली तो देखी हो लेकिन आवाज न सुनी हो. ये इसलिए हुआ, क्योंकि आसमानी बिजली 100 मील दूर से भी देखी जा सकती है जबकि आवाज सिर्फ 12 मील दूर तक ही सुनाई देती है.
23. क्या हवाई जहाजों पर बिजली गिरती है ?
हाँ, हवाई जहाजो पर बिजली गिरती है. लेकिन इसका असर नही होता वो अलग बात है. 1963 से बाद हवाई जहाज पर बिजली गिरने से कोई दुर्घटना हुई ही नही है. क्योंकि अब जहाजों को ख़ास तरह से डिजाइन किया जाता है. अधिकत्तर हवाई जहाज ऐल्युमिनियम के बने होते है जो बिजली को जहाज की shell के चारों और फैला देती है और अंदर नही जाने देती. ईंधन की टंकी को भी बिजली के खतरनाक प्रवाह से गुजारा जाता है ताकि किसी तरह के विस्फोट की संभावना न रहे.
24. आसमानी बिजली क्यों गिरती है ?
जब Opposite Energy के बादल (+,-) एक दूसरे से टकराते है तो उनसे पैदा होने वाली रगड़ से आसमानी बिजली और उनके टकराने से कड़कने की आवाज पैदा होती है. कुछ बिजली तो आपस में बादलों पर ही गिर जाती है लेकिन जो ज्यादा मजबूत होती है वो कंडक्टर की तलाश में धरती की ओर बढ़ती है.
25. क्या हम इस आसमानी बिजली को इकट्ठा कर सकते है ?
ऐसा करना मुश्किल है क्योंकि ये पता नही होता कि बिजली कब और कहाँ गिरेगी. इतने बड़े संसार में कहाँ-कहाँ इकट्ठा करेगे. अगर ऐसा संभव भी हुआ तो खर्चा बहुत ज्यादा आएगा. अगर खर्चा करना ही है तो इससे अच्छा हम solar panels पर ही कर ले. अगर सूर्य की एक घंटे की सारी energy को सोलर प्लेटों के सहारे बिजली में convert करे तो यह दुनिया की एक साल की बिजली की खपत के बराबर होगी. और रही बात आसमानी बिजली की… यदि हम उसे स्टोर करने भी लगे तो उसके गिरकर उठने की स्पीड इतनी ज्यादा है कि हम ज्यादा स्टोर ही नही कर पाएंगे. एक strike में से केवल इतनी बिजली बचा पाएंगे की 100 वाॅट का बल्ब 5 घंटे जग जाए. और यदि बिना loss के पूरी की पूरी आसामानी बिजली इकट्ठा कर भी ली तो यह फिर भी पूरे विश्व को चलाने के लिए काफी नही है.