जम्मू-कश्मीर में उरी के नजदीक रामपुर सेक्टर में गुरुवार को भारतीय सुरक्षाबलों ने बड़ी कामयाबी हासिल की. यहां पर सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया और बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किया गया. सेना के अधिकारियों का कहना है कि ये आतंकी हाल ही में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) से भारतीय सीमा में घुसे थे.
Indian Army has eliminated 3 terrorists in Rampur sector near Uri on LoC. The terrorists had recently crossed over from Pakistan-occupied Kashmir into Indian side. Indian Army has recovered 5 AK-47s, 8 pistols & 70 hand grenades from terrorists killed in operation: Govt sources
— ANI (@ANI) September 23, 2021
लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय ने कहा कि गुरुवार को हाथलंगा के जंगलों में घुसपैठ की कोशिश को सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया. मारे गए आतंकियों में से एक पाकिस्तानी है, बाकी के बारे में पता लगाया जा रहा है. आतंकियों के पास से पांच AK-47 राइफल, सात पिस्तौल, 5 एके 47 की मैगजीन, 24 यूबीजीएल ग्रेनेड, 38 चीनी हथगोले, सात पाकिस्तानी ग्रेनेड और 35000 पाकिस्तानी मुद्रा बरामद की गई है.
सेना के चिनार कोर मुख्यालय में मीडिया को जानकारी देते हुए जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने कहा कि हाल ही में नियंत्रण रेखा के दूसरी तरफ से घुसपैठ की गतिविधियां बढ़ी हैं. उन्होंने कहा, ‘हालांकि साल की शुरुआत से कोई घुसपैठ नहीं हुई है. थोड़ी बहुत गतिविधियां हुई हैं जो पाकिस्तानी सेना के कमांडरों की जानकारी के बिना नहीं हो सकती.’ लेफ्टिनेंट जनरल पांडे ने कहा कि घुसपैठ की यह कोशिश बृहस्पतिवार को नाकाम की गई और यह उससे पहले 18-19 सितंबर को हुए प्रयास से अलग है.
उरी सेक्टर में 18 सितंबर से तलाशी अभियान जारी
नियंत्रण रेखा के पास संदिग्ध गतिविधियों का पता चलने के बाद सेना द्वारा उरी सेक्टर में शुरू किया गया तलाशी अभियान कई दिनों से जारी है. हालांकि टेलीफोन और इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं. अधिकारियों ने बताया कि अभियान 18 सितंबर की रात को शुरू किया गया था और एहतियात के तौर पर सोमवार को सीमावर्ती शहर में सभी दूरसंचार सुविधाओं को निलंबित कर दिया गया था.
एक रक्षा प्रवक्ता ने यहां कहा कि तलाशी अभियान जारी है लेकिन उन्होंने अधिक ब्योरा देने से इनकार कर दिया. अधिकारियों ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर बाड़ के पास दुश्मन के साथ ‘शुरुआती सम्पर्क’ में एक सैनिक घायल हो गया था, जिससे यह सुनिश्चित करने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया गया कि घुसपैठिए, यदि कोई हो, तो भीतरी इलाकों में न जा पाये. जिस इलाके में संदिग्ध हरकत देखी गई, वह गोहलान के पास पड़ता है, यह वही इलाका जहां से सितंबर 2016 में उरी ब्रिगेड पर आतंकियों ने हमला किया था.