न्यूयॉर्क की एम्पायर स्टेट बिल्डिंग से कई गुना बड़े आकार वाला एक क्षुद्रग्रह या उल्का पिंड धरती के काफी नजदीक से गुजरेगा।अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा ने यह जानकारी दी है। नासा के मुताबिक, आज यह धरती के सबसे करीब से होकर गुजरेगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार (21 अगस्त) को भारतीय समयानुसार झुद्रग्रह या उल्का पिंड रात 8:40 बजे पृथ्वी के सबसे करीब पहुंच जाएगा। 8 इंच के टेलीस्कोप से इस पिंड को खगोलविद आसानी से देख सकते हैं। धरती के नजदीक वाले इस पिंड को नासा ने 2016 AJ193 के तौर पर सूचीबद्ध किया है, जो पृथ्वी की वस्तुओं के 99 प्रतिशत से बड़ा है। यह 8.2 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरती की तरफ आ रहा है। नासा ने बताया कि 1.4 किलोमीटर चौड़ा यह क्षुद्रग्रह अगली बार 22 फरवरी 2063 को पृथ्वी के पास से गुजरेगा।
यह हमारे ग्रह से लगभग 30 से 40 लाख किलोमीटर दूर होगा। इस एस्ट्रॉइड की चौड़ाई 97 मीटर और लंबाई 230 मीटर है, नासा के अनुसार Near-Earth Object (NEO) या पृथ्वी के नजदीक वाले पिंड को क्षुद्रग्रह या धूमकेतू के रूप में परिभाषित किया जाता है। खगोल वैज्ञानिकों का कहना है कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह धरती से लगभग 29 लाख किलोमीटर दूर से ही गुजरेगा। खगोलीय वैज्ञानिकों की मानें तो यह पृथ्वी से तब टकराएगा जब इसकी दूरी पृथ्वी और सूर्य की दूरी से 1.3 गुना कम हो, इसलिए इस एस्टेरॉयड से किसी को डरने की जरूरत नहीं है। यह पृथ्वी से बिल्कुल भी नहीं टकराएगा