कैलाश विजयवर्गीय ने दिया राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा, बताया यह कारण
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में इंदौर एक सीट से विधायक चुने जाने के बाद भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद से त्यागपत्र दे दिया है। विजयवर्गीय को मप्र के मोहन यादव मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है।
उन्होंने दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा से मिलकर उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा।दरअसल, मोहन यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के बाद उन्होंने यह फैसला किया है। विभागों का आवंटन अभी नहीं हुआ है।
ट्वीट कर लिखा- आज मैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा से मिला। हमारी पार्टी के सिद्धांत ‘एक व्यक्ति एक पद’ के अनुसार मैंने महासचिव पद से उन्हें इस्तीफा सौंपा।
विजयवर्गीय ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री जी का संकल्प वर्ष 2047 में भारत, विश्व का शक्तिशाली देश बने। इस दिशा में मध्यप्रदेश को शक्तिशाली बनाने के लिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में कार्य करेगें। मेरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश विकास की एक नई इबारत लिखेगा।
कैलाश विजयवर्गीय को भाजपा के केंद्रीय पदाधिकारियों के बीच पहली बार 2015 में जगह दी गई। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की पहली पसंद होने के चलते उस साल उन्हें राष्ट्रीय महामंत्री बनाने के साथ ही बंगाल का प्रभारी भी बनाया गया।
इसके बाद से वे लगातार चौथी बार पार्टी के राष्ट्रीय महांमत्री नियुक्त किए गए हैं। 2015 में उन्हें केंद्रीय टीम में शामिल करने के पीछे सबसे बड़ी वजह 2014 में हरियाणा विधानसभा चुनावों में पार्टी को मिली भारी जीत थी।
विजयवर्गीय को हरियाणा विधानसभा चुनावों का चुनाव अभियान प्रभारी बनाया गया था और पार्टी की इस जीत ने विजयवर्गीय के लिए केंद्रीय टीम के दरवाजे खोलने में अहम भूमिका निभाई।
आज मैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी से मिला। हमारी पार्टी के सिद्धांत 'एक व्यक्ति एक पद' के अनुसार मैंने महासचिव पद से उन्हें इस्तीफ़ा सौपा।
मेरा सौभाग्य रहा कि मैंने 9 वर्ष तक पहले श्री अमित शाह जी फिर श्री जेपी नड्डा जी के मार्गदर्शन में देश के विभिन्न… pic.twitter.com/5RCYUrxDMD
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) December 28, 2023