नई दिल्ली। अपनी सूनी कोख भरने की चाह में एक महिला ने पड़ोसी के जीवन में अंधेरा कर दिया। एक तांत्रिक के बहकावे में आकर उसने तीन वर्षीय बच्चे का अपहरण कर उसे मौत के घाट उतार दिया। शव को बोरे में भर कर मकान के छत पर फेंक दिया। पुलिस ने आरोपित महिला नीलम गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब तांत्रिक की तलाश कर रही है। वारदात रोहिणी इलाके के बुद्ध विहार थाना क्षेत्र के रिठाला इलाके की है। मूलरूप से उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के थाना क्षेत्र टडियावां के रहने वाले दयाराम परिवार के साथ रिठाला इलाके के गली नंबर 15 में किराये के मकान में रहते हैं।
वह केशोपुर मंडी में सब्जी बेचने का काम करते हैं। उनके परिवार में पत्नी चांदनी, बड़ी बेटी श्रेष्टी और पांच महीने का अंश है, जबकि तीन साल का बेटा पीयूष भी था। शनिवार सुबह साढ़े छह बजे दयाराम केशोपुर मंडी चले गए। उन्हें सुबह 11 बजे किसी ने फोन पर बताया कि उनका बेटा पीयूष गायब है। वह तुरंत घर पहुंचे। उन्होंने परिवार सहित काफी देर तक बेटे को मकान और घर के बाहर खोजा, लेकिन कुछ पता नहीं चला। उन्होंने मकान के गेट के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देखी तो पता चला कि पीयूष मकान से बाहर निकला ही नहीं। ऐसे में पुलिस को सूचना दी गई।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज देखी और मकान के कमरों को खंगालना शुरू किया। घंटे तक तलाशने के बाद पांच मंजिला मकान के छत पर पानी की टंकी के पास एक बोरा मिला, जिसमें बच्चे का शव मिला। पीयूष के होंठ काले पड़े थे और कान के पीछे से खून निकल रहा था। लग रहा था कि पीयूष की हत्या एक दो घंटे पहले की गई थी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करा स्वजन को सौंप दिया है।
पूजा-पाठ का सामान मिलने पर लगा सुराग
शव मिलने पर पुलिस अधिकारियों ने पांचवी मंजिल पर रह रहे लोगों के घरों में तलाशी ली। नीलम गुप्ता के कमरे में पूजापाठ का काफी सामान का मिला। पुलिस ने महिला से पूछताछ की तो पता चला कि उसकी शादी 2013 में हुई थी। उसकी कोई संतान नहीं थी। पूछताछ में महिला ने बताया कि करीब चार साल पहले एक तांत्रिक ने उससे कहा था कि अगर किसी छोटे बच्चे की बलि देगी तभी संतान प्राप्ति होगी। इसलिए नीलम ने पीयूष का अपहरण कर हत्या कर दिया। पुलिस अब महिला के पति, देवर आदि की भूमिका की भी जांच कर रही है।