जनप्रतिनिधियों से बोले शिवराज- 10 दिन मध्यप्रदेश में कोरोना कर्फ़्यू का कड़ाई से हो पालन
जन-प्रतिनिधियों से कहा कि वे आगामी 10 दिन तक पूरी कड़ाई से जनता कर्फ्यू को लागू करने के लिये आमजन का नेतृत्व करें।
भोपाल । मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने बड़ा ऐलान किया है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश के सभी संभागीय मुख्यालयों में बड़े ऑक्सीजन प्लांट लगाये जायें। अधिकारियों को इस संबंध में शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिये। प्रदेश और देश के अन्य क्षेत्रों के अनुभव ने सिखाया है कि जहाँ भी जनता कर्फ्यू का कड़ाई से पालन किया गया, वहाँ पर संक्रमण में कमी आई है। जन-प्रतिनिधियों से कहा कि वे आगामी 10 दिन तक पूरी कड़ाई से जनता कर्फ्यू को लागू करने के लिये आमजन का नेतृत्व करें।
दरअसल, शिवराज सिंह चौहान आज निवास से कोविड-19 की रोकथाम एवं व्यवस्थाओं के संबंध में कोर ग्रुप के साथ समीक्षा बैठक को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार में कमी आई है। उन्होंने वैक्सीनेशन कार्य को नियोजित ढंग से किये जाने के लिये 18 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों की संख्या और प्रतिदिन वैक्सीनेशन डोज की उपलब्धता के आधार पर टीकाकरण का कार्यक्रम प्रारूप तैयार करने के निर्देश दिये।प्रदेश में मेडिकल किट वितरण कार्य की एफिशियंसी रेट 99 प्रतिशत है। होम आइसोलेशन में रहने वाले व्यक्तियों से चर्चा का प्रतिशत भी 97 से अधिक है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों, स्वास्थ्य कर्मचारियों और फ्रंटलाइन वर्कर के वैक्सीनेशन के कार्य की गति कम नहीं हो। उन्होंने अस्पतालों के अतिरिक्त अन्य स्थानों पर वैक्सीनेशन केन्द्रों की स्थापना की संभावनाओं को तलाशने के निर्देश दिये। प्रदेश में स्वास्थ्य की बुनियादी सुविधाओं को और अधिक मजबूत बनाने के लिये आगामी बजट में बड़ी राशि का प्रावधान किया जायेगा। जहाँ भी एक-दो प्रतिशत से अधिक रोगी चिकित्सालयों में स्थानांतरित किये गये हैं, उन सभी प्रकरणों का अध्ययन कर कारणों की समीक्षा कर उन्हें दूर करने का कार्य किया जाये।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता निरंतर बढ़ रही है। ऑक्सीजन का औचित्यपूर्ण उपयोग हो, इसके लिये जरूरी है कि प्राप्त और उपयोग की मात्रा का सावधानी पूर्वक विश्लेषण किया जाये। उन्होंने कहा कि टैंकरों की क्षमता और परिवहन अवधि के आधार पर व्यवस्थाएँ की जायें। यह सुनिश्चित किया जाये कि फिलिंग स्टेशन पर टैंकर कब पहुँचेगा, ताकि उसकी फिलिंग में किसी प्रकार का विलम्ब नहीं हो। उन्होंने होम आइसोलेशन से चिकित्सालयों में स्थानांतरित किये गये रोगियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोविड ट्रीटमेंट फेसिलिटी का विस्तार हो रहा है। विस्तार के साथ ही यह सावधानी रखना भी जरूरी है कि जिन संस्थाओं को कोविड उपचार के लिये अनुमति दी जाये, उनका प्रभावी सत्यापन हो। केन्द्र में न्यूनतम उपचार सुविधाएँ अनिवार्य रूप से उपलब्ध होनी चाहिये। उन्होंने जिन जिलों में संक्रमण का दबाव अधिक है, वहाँ पर सरकारी सुविधाओं के साथ ही निजी उपचार सुविधाओं को भी विस्तृत किये जाने के प्रयासों की जरूरत बताई और आवश्यक उपकरण एवं संसाधनों की उपलब्धता कहाँ से हो सकती है, इस संबंध में भी जानकारी एकत्रित की जाये।
बैठक में बताया गया कि ऑक्सीजन की उपलब्धता के आधार पर आगामी 4 दिनों के लिये टैंकरों की उपलब्धता की प्लानिंग कर परिवहन का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश में एक दिन में 13 हजार 417 नये पॉजिटिव केस सामने आये हैं, जबकि 11 हजार 577 व्यक्ति स्वस्थ हुए हैं। इनमें से 1,711 व्यक्ति विभिन्न अस्पतालों से डिस्चार्ज हुए हैं। कोविड केयर सेंटर से 466 और होम आइसोलेशन से 9,390 व्यक्ति स्वस्थ हुए हैं। प्रदेश के 8 जिलों शाजापुर, पन्ना, आगर-मालवा, उमरिया, कटनी, राजगढ़, अनूपपुर और गुना में संक्रमण प्रकरणों की वृद्धि दर में कमी आई है। किल कोरोना अभियान-2 के अंतर्गत 12 हजार 800 सर्वेक्षण टीमें सर्वेक्षण का कार्य कर रही हैं।