जबलपुर में कोरोना की दूसरी लहर भयावह, रविवार को निकले रिकार्ड 469 पॉजिटिव
जबलपुर। जिले में कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक रफ्तार से बढ़ रही है। रविवार को 469 नए संक्रमित सामने आए। अप्रैल में पिछले 11 दिनों में रोज एक दिन पहले का रिकॉर्ड टूट रहा है। जिले में तीन दिन में एक हजार से अधिक नए संक्रमित सामने आ गए। 11 दिनों में तीन हजार कोरोना के नए संक्रमित सामने आए हैं। सितंबर 2020 में भी कोरोना की रफ्तार ऐसी नहीं थी। संक्रमण के बीच रेमडेसिविर का एक इंजेक्शन ब्लैक में 18 हजार रुपए में बेचने पर मढ़ाताल स्थित मुनीष मेडिकल को एसडीएम ने सील कर दिया।
जानकारी के अनुसार 15 जनवरी के बाद अब तक छह हजार करोना के नए मामले सामने आए हैं। इसमें भी आधे से अधिक संक्रमण के मामले अकेले 11 दिनों में आए हैं। 13 मार्च तक जिले में 17 हजार कुल संक्रमितों की संख्या थी, जो एक महीने से भी कम में बढ़कर 22 हजार को पार कर गई। कोरोना संक्रमण हर दिन बढ़ रहा है। बावजूद प्रशासन सही आंकड़े नहीं पेश कर रही है।
जिले में कोरोना के एक्टिव केस 2656 पर पहुंचा
जिला प्रशासन द्वारा शुक्रवार को जारी कोरोना बुलेटिन जारी किया। इसके मुताबिक 2734 सेम्पल की जांच रिपोर्ट में 469 संक्रमित मिले हैं। कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 22 हजार 415 पहुंच गई। वहीं 245 लोग स्वस्थ्य हुए। अब तक कोरोना से ठीक होने वाले कुल संख्या 19 हजार 471 हो गई है। चार मौतों के बाद कुल आंकड़ा 288 हो गया है। वहीं रिकवरी रेट घटकर 86.86 पर पहुंच गया है। जिले में अब कुल एक्टिव केस 2656 हो चुके हैं।
24 संक्रमितों की हुई मौत, 20 का हुआ अंंतिम संस्कार
प्रशासन के दावे के विपरीत रविवार को मेडिकल और निजी अस्पतालों में कुल 24 संक्रमितों की मौत हुई है। इसमें तीन शव मेडिकल में और एक शव भंडारी अस्पताल में रखवाया गया है। इन शवों का अंतिम संस्कार सोमवार हो होगा। अन्य 20 शवों में 12 नगर निगम और आठ शवाें का अंतिम संस्कार मोक्ष संस्था ने चौहानी शमशान में किया। इसके अलावा 8 सस्पेक्टेड मरीजों की मौत हुई है।
अस्पताल से पहले ही एक सस्पेक्टेड बुजुर्ग की हुई मौत
थाना सिविल लाइन अंतर्गत रजक परिवार के 65 वर्षीय बुजुर्ग की रविवार को कार में ही मौत हो गई। इस परिवार के कई सदस्य कोरोना संक्रमित होकर अस्पताल में भर्ती हैं। बुजुर्ग को भी सांस लेने में कठिनाई के बाद परिजन निजी अस्पताल ले जा रहे थे कि रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। कोरोना से मौत की आशंका के चलते परिजन अंतिम संस्कार को लेकर परेशान थे। परिजनों ने मोक्ष संस्था के आशीष ठाकुर से मदद मांगी। इसके बाद परिजनों की रजामंदी के बाद कोरोना प्रोटोकाल के तहत बुजुर्ग का चौहानी शमशान में अंतिम संस्कार किया गया।
तारीख | पॉजीटिव केस | समय लगा |
06 सितंबर 2020 | 5147 | 07 दिन |
11 सितंबर | 6043 | 05 दिन |
16 सितंबर | 7031 | 05 दिन |
21 सितंबर | 8000 | 05 दिन |
25 सितंबर | 9098 | 04 दिन |
30 सितंबर | 10,025 | 05 दिन |
08 अक्टूबर | 11,109 | 08 दिन |
15 अक्टूबर | 12,010 | 07 दिन |
06 नवंबर | 13,000 | 22 दिन |
26 नवंबर | 14,055 | 20 दिन |
17 दिसंबर | 15,002 | 20 दिन |
15 जनवरी 2021 | 16,000 | 30 दिन |
13 मार्च | 17,011 | 57 दिन |
24 मार्च | 18,050 | 11 दिन |
30 मार्च | 19,005 | 06 दिन |
04 अप्रैल | 20,025 | 05 दिन |
08 अप्रैल | 21,175 | 04 दिन |
11 अप्रैल | 22,415 | 03 दिन |