दुःखद: गौशाला में ताला लगाकर चले गए कर्मचारी, बाढ़ का पानी भरने से 55 गायों की मौत
दुःखद: गौशाला में ताला लगाकर चले गए कर्मचारी, बाढ़ का पानी भरने से 55 गायों की मौत
राजगढ़ MP में यह घटना सीधे तौर पर मूक पशुओं की हत्या के समान हैं जिसे आप पढ़ेंगे तो हैरान रह जाएंगे कि कोई इतना लापरवाह कैसे हो सकता है।
मध्यप्रदेश के राजगढ़ में बाढ़ का पानी उतरते ही तबाही की तस्वीरें सामने आ रही हैं। शुक्रवार को 25 गायों के शव पेड़ों, नदी और खेतों में मिले। गोशाला संचालक समेत तीन पर केस दर्ज किया गया है
जिले में हुई भारी वर्षा के कारण बेसहारा मवेशियों क़ो भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है। ऐसा ही एक सनसनीखेज मामला तलेन क्षेत्र में सामने आया है। यहां भारी वर्षा देखकर प्रीतम गोशाला के दो कर्मचारी गोशाला में ताला लगाकर चले गए। इसके बाद उगल नदी में आई बाढ़ का पानी गौशाला में भर गया। द्वार पर ताला लगा होने से गायें बाहर नहीं निकल पाईं और बाढ़ के पानी में बह गईं। 55 मवेशियों के मौत की सूचना है। पुलिस ने इस मामले में गोशाला संचालक समेत तीन लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक तलेन थाने के गांव निंद्राखेड़ी में प्रीतम महाराज द्वारा गोशाला का संचालन किया जाता है। शासकीय अनुदान प्राप्त इस गोशाला में मजदूर के रूप में रतनलाल निवासी रेठानी व मोहनलाल बेलदार निवासी निंद्राखेड़ी काम करते हैं। 22 अगस्त क़ो ज़ब तेज वर्षा हुई तो यह दोनो कर्मचारी गो शाला में ताला लगाकर चले गए। इसके बाद उगल नदी उफान पर आ गई व 55 मवेशियों की तड़पने के कारण मौत हो गई। तलेन निवासी राज पुष्पद ने थाने पहुंचकर शिकायत की है कि प्रीतम महाराज व दोनो कामगारों द्वारा जानबूझकर गौशाला परिसर में ताला लगा दिया, जिससे बाढ़ का पानी भराने से गायों की मौत हो गई। इतना ही नहीं, गायों की मौत की जानकारी उन्होंने किसी क़ो नहीं दी और गायों की मौत के बाद 23 अगस्त शाम 4 बजे उन्होंने इनके शव नदी में बहा दिए। इनमें से कुछ मृत गायें रास्ते में जगह-जगह झाड़ियों में अटककर रह गईं। शिकायत पर पुलिस ने तीनो के खिलाफ मामला दर्ज कर दो आरोपितों क़ो गिरफ्तार कर लिया है।