नाइट कर्फ्यू में जारी थी शादी की पार्टी, दल-बल के साथ पहुंचे DM तो मच गई खलबली, देखें वायरल वीडियो
कोरोना कहर के बीच पाबंदियों का दौर जारी है और इन्हीं पाबंदियों के बीच ही शादियों का सीजन भी चल रहा है। इस बीच सोशल मीडिया पर शादी समारोह के दो वीडियो खूब वायरल हैं। पश्चिम त्रिपुरा के डीएम ने दो अलग-अलग शादी समारोहों में छापा मारा, जहां कोरोना के नियमों के उल्लंघन हो रहे थे। इस दौरान उनका रौद्र रूप देखने को मिला और डीएम ने मैरिज हॉल को न सिर्फ सील कर दिया है, बल्कि कोरोना नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में उन्हें बैन भी कर दिया है।
दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल हुए दो अलग-अलग वीडियो में डीएम शैलेश कुमार यादव को शादी समारोह को रोकते हुए देखा गया। वायरल वीडियो में डीएम सैलेश काफी गुस्से में दिखाई दिए। मैरिज हॉल पर छापा मारते वक्त डीएम शैलेश ने कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं करने पर शादी में शामिल लोगों को वहां से बाहर निकाल दिया और एक को थप्पड़ भी जड़ा।
दरअसल, नाइट कर्फ्यू के दौरान एक मैरिज हॉल में शादी की पार्टी चल रही थी, मगर कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा रहा था। शादी के समारोह में तय सीमा से ज्यादा लोग इकट्ठा थे और शादी के लिए निर्धारित समय भी पार हो चुका था। नाइट कर्फ्यू होने के बावजूद देर रात तक पार्टी चल रही थी। तभी पुलिस बल के साथ डीएम सैलेश कुमार यादव वहां पहुंचते हैं और दोनों मैरिज हॉल में मौजूद मेहमानों को खदेड़ना शुरू कर देते हैं।
इतना ही नहीं, डीएम ने पुलिस को महामारी रोग अधिनियम, आपदा प्रबंधन अधिनियम और नाइट कर्फ्यू का उल्लंघन करने के आरोप में दूल्हा और दुल्हन सहित शादी समारोह में शामिल सभी लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया। इतना ही नहीं, वीडियो में देखा जा सकता है कि डीएम से इस दौरान दुल्हन को स्टेज से उतरने के लिए भी कहा, वहीं बाकी अधिकारी शादी में आए मेहमानों को मैरिज हॉल से बाहर निकालने में लग रहे। वायरल वीडियो में डीएम काफी गुस्से में दिख रहे थे।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, डीएम सैलेश ने प्रशासन के साथ सहयोग नहीं करने के लिए पुलिस अफसरों के खिलाफ असंतोष भी जाहिर किया। डीएम ने राज्य सरकार से पूर्वी अगरतला पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी (ओसी) और कुछ ऑन-ड्यूटी पुलिस कर्मियों को निलंबित करने की सिफारिश की है, जिन्हें जिला मजिस्ट्रेट के आदेश की अवहेलना करते देखा गया था। डीएम के इस कार्रवाई पर सोशल मीडिया तो पक्षों में बंटा है। कुछ लोग इस कार्रवाई को जायज ठहरा रहे हैं तो कुछ लोग इसे कहीं से भी सही नहीं बता रहे हैं।