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पंचक में गणेश विसर्जन-जरा भी न घबराएं, नहीं होगा दोष
धर्म डेस्क। गणेश चतुर्थी से शुरू हुआ दस दिवसीय गणेशोत्सव मंगलवार, 5 सितंबर को समाप्त हो जाएगा। 11वें दिन बप्पा को विदाई दी जाएगी। खास बात यह है कि इस दिन से पंचक भी शुरू हो रहे हैं। इस लेख में हम बताएंगे कि क्या रहेगा गणेश विसर्जन का मुहूर्त और क्या बप्पा की विदाई पर पंचक का असर पड़ेगा?
मान्यता है कि गणेशजी दस दिन धरती पर गुजारने के बाद अनंत चतुर्दशी पर विसर्जन के साथ ही कैलाश पर्वत वापस चले जाते हैं। इस वर्ष सोमवार यानी 4 सितंबर को रात्रि 11 बजकर 55 मिनट से पंचक आरंभ होंगे। पंचक पांच दिन तक लगातार रहेंगे। यानी इनका असर 9 सितंबर तक रहेगा।
धर्म ग्रंथों के अनुसार, पंचक में भगवान की स्थापना या विसर्जन का कोई दोष नहीं होता है। इसलिए पंचक में गणेशजी का विसर्जन किया जाता है तो कोई दोष नहीं रहेगा। क्योंकि गणेशजी स्वयं विघ्नहर्ता हैं और पंचक जैसा दोष उनके सामने टिक नहीं पाएगा। यही कारण है कि पंचक होने के बाद भी भक्त बिना किसी संकोच के गणेश विसर्जन कर सकेंगे।
गणेश विसर्जन के मुहूर्त
- सुबह – 9 बजे से 10.30 बजे तक
- सुबह – 10.30 से 12.00 बजे तक
- दोपहर – 12.00 बजे से 1.30 तक
- दोपहर – 3 बजे से 4.30 बजे तक
- रात्रि – 7.30 से 9.00 बजे तक
- रात्रि – 10.30 बजे 12.00 बजे