शहर
पीसीसी की बैठक में विधायक का हंगामा रूकी BRO की लिस्ट
कटनी। कांग्रेस के शहर और ग्रामीण अध्यक्ष के लिए राजधानी भोपाल में गतिविधियां तेज हो गई हैं। गुटों में बटे नेताओं के बीच शह और मात का खेल जारी है। अपने पसंद के नामों को कमजोर पाकर कल प्रदेश कांग्रेस कार्यालय भोपाल में आयोजित बैठक में बहोरीबंद विधायक सौरभ सिंह ने जोरदार हंगामा किया। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने बिना कोई नाम लिए सीधा आरोप जड़ दिया कि पार्टी में पैसे लेकर पद बांटे जा रहे हैं। उनके आरोप से मीटिंग में सनाका खिंच गया। बैठक में संगठन चुनाव के लिए एआईसीसी से नियुक्त चुनाव अधिकारी के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव और प्रदेश भर के कांग्रेस के तमाम विधायक मौजूद थे। पता चला है कि सौरभ सिंह अपने पसंद के बीआरओ न बन पाने के कारण नाराज थे। उन्होंने खुले तौर पर अपनी नाराजगी जाहिर तो की ही, साथ ही आरोप भी जड़े। इस बीच खबर है कि विधायक को इस बात की पक्की भनक लग चुकी है कि शहर अध्यक्ष के लिए मिथलेश जैन और ग्रामीण अध्यक्ष के लिए फिरोज अहमद के नाम लगभग फाइनल हैं। इन खबरों ने दोनों नेताओं के राजनैतिक विरोधियों को लामबंद कर दिया है। वर्तमान ग्रामीण अध्यक्ष विजय पटेल ने भी इनसे हाथ मिला लिया है।
ऐसा हुआ बैठक में
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस में संगठन चुनाव के बीच द्वितीय चरण में ब्लाक कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्ति के लिये ब्लाक रिटर्निंग ऑफीसर की नियुक्तियां की जानी हैं। कल इसके लिए प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बैठक आयोजित की गई थी जिसमें बीआरओ की लिस्ट जारी होनी थी। कटनी का नंबर जब आया तो अपने विधानसभा क्षेत्र बहोरीबंद समेत जिले के अधिकांश ब्लाकों में अपनी पसंद के बीआरओ न पाकर विधायक सौरभ सिंह का मूड उखड़ गया। उन्होंने तत्काल इस पर आपत्ति दर्ज कराई और सीधा आरोप जड़ दिया कि पार्टी में पैसे लेकर नियुक्तियां की जा रही हैं। सौरभ सिंह के आरोपों से थोड़ी देर के लिए बैठक में हड़कंप मच गया। पीसीसी चीफ अरूण यादव सकते में आ गए। हालांकि बाद में उन्होंने विधायक से साफ कहा कि बिना तथ्यों के आप कोई आरोप मत लगाईये। पार्टी में जो कुछ हो रहा है वह पूरी पारदर्शिता के साथ हो रहा है। सूत्रों के मुताबिक जिले के ज्यादातर ब्लाकों में ऐसे बीआरओ की नियुक्तियां हो गई हैं जिनके समीकरण सौरभ सिंह के साथ फिट नहंी बैठते। जाहिर है अध्यक्षों के निर्वाचन में बीआरओ की भूूमिका महत्वपूर्ण होती है और आमतौर पर माना जाता है कि जिस गुट का बीआरओ होता है अध्यक्ष उसी गुट का बन जाता है। हालांकि विधायक के आरोपों के बाद बीआरओ की सूची फिलहाल रोक दी गई है।
खुल सकती इनकी लाटरी
इस बीच जिला शहर और कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्तियों में समीकरण बदलने की खबरें हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक शहर कांग्रेस अध्यक्ष पद पर मिथलेश जैन की नियुक्ति लगभग तय मानी जा रही है। उनके संबंध में प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को रायशुमारी के बाद जो फीडबैक मिला है उसके मुताबिक पार्टी के मोर्चा संगठन पूरी तरह मिथलेश जैन के पक्ष में हैं। इसके अलावा लगातार पार्षद का चुनाव जीतने और सभी क्षेत्रों में अच्छी पकड़ एवं प्रभाव की वजह से बड़े नेता मान रहे हैं कि शहर अध्यक्ष के लिए मिथलेश जैन फिट हैं। ग्रामीण अध्यक्ष के लिए फिरोज अहमद का नाम भी तय माना जा रहा। उनके संबंध में भी हाईकमान को जानकारी मिली है कि वे सक्रियता के साथ पार्टी को सहयोग कर रहे हैं। शहर अध्यक्ष की रेस में खुद को अब तक नंबर वन मानने वाले गुमान सिंह ताजा समीकरण में पिछड़ गए हैं, जबकि ग्रामीण में मौजूदा
अध्यक्ष विजय पटेल के साथ भी यही स्थिति हैं। खबरों को सच मानें तो विधायक सौरभ सिंह अपने पिता विनय बहादुर सिंह को ग्रामीण अध्यक्ष बनाना चाह रहे हैं।
ऐसा हुआ बैठक में
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस में संगठन चुनाव के बीच द्वितीय चरण में ब्लाक कांग्रेस अध्यक्षों की नियुक्ति के लिये ब्लाक रिटर्निंग ऑफीसर की नियुक्तियां की जानी हैं। कल इसके लिए प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बैठक आयोजित की गई थी जिसमें बीआरओ की लिस्ट जारी होनी थी। कटनी का नंबर जब आया तो अपने विधानसभा क्षेत्र बहोरीबंद समेत जिले के अधिकांश ब्लाकों में अपनी पसंद के बीआरओ न पाकर विधायक सौरभ सिंह का मूड उखड़ गया। उन्होंने तत्काल इस पर आपत्ति दर्ज कराई और सीधा आरोप जड़ दिया कि पार्टी में पैसे लेकर नियुक्तियां की जा रही हैं। सौरभ सिंह के आरोपों से थोड़ी देर के लिए बैठक में हड़कंप मच गया। पीसीसी चीफ अरूण यादव सकते में आ गए। हालांकि बाद में उन्होंने विधायक से साफ कहा कि बिना तथ्यों के आप कोई आरोप मत लगाईये। पार्टी में जो कुछ हो रहा है वह पूरी पारदर्शिता के साथ हो रहा है। सूत्रों के मुताबिक जिले के ज्यादातर ब्लाकों में ऐसे बीआरओ की नियुक्तियां हो गई हैं जिनके समीकरण सौरभ सिंह के साथ फिट नहंी बैठते। जाहिर है अध्यक्षों के निर्वाचन में बीआरओ की भूूमिका महत्वपूर्ण होती है और आमतौर पर माना जाता है कि जिस गुट का बीआरओ होता है अध्यक्ष उसी गुट का बन जाता है। हालांकि विधायक के आरोपों के बाद बीआरओ की सूची फिलहाल रोक दी गई है।
खुल सकती इनकी लाटरी
इस बीच जिला शहर और कांग्रेस अध्यक्ष की नियुक्तियों में समीकरण बदलने की खबरें हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक शहर कांग्रेस अध्यक्ष पद पर मिथलेश जैन की नियुक्ति लगभग तय मानी जा रही है। उनके संबंध में प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं को रायशुमारी के बाद जो फीडबैक मिला है उसके मुताबिक पार्टी के मोर्चा संगठन पूरी तरह मिथलेश जैन के पक्ष में हैं। इसके अलावा लगातार पार्षद का चुनाव जीतने और सभी क्षेत्रों में अच्छी पकड़ एवं प्रभाव की वजह से बड़े नेता मान रहे हैं कि शहर अध्यक्ष के लिए मिथलेश जैन फिट हैं। ग्रामीण अध्यक्ष के लिए फिरोज अहमद का नाम भी तय माना जा रहा। उनके संबंध में भी हाईकमान को जानकारी मिली है कि वे सक्रियता के साथ पार्टी को सहयोग कर रहे हैं। शहर अध्यक्ष की रेस में खुद को अब तक नंबर वन मानने वाले गुमान सिंह ताजा समीकरण में पिछड़ गए हैं, जबकि ग्रामीण में मौजूदा
अध्यक्ष विजय पटेल के साथ भी यही स्थिति हैं। खबरों को सच मानें तो विधायक सौरभ सिंह अपने पिता विनय बहादुर सिंह को ग्रामीण अध्यक्ष बनाना चाह रहे हैं।