जरा हट के
ब्लू व्हेल ही नहीं, इन पांच गेम्स से भी जा सकती है जान
नई दिल्ली। मुंबई में 14 वर्षीय छात्र की आत्महत्या के बाद ऑनलाइन सुसाइड गेम ब्लू व्हेल की चर्चा पूरे देश में हो रही है। पुलिस जांच कर रही है, सायबर एक्सपर्ट अपनी-अपनी राय दे रहे हैं और माता-पिता को भी सावधान रहने के लिए कहा जा रहा है। इस बीच, यह जानकारी बहुत अहम है कि ब्लू व्हेल अकेला ऐसा ऑनलाइन गेम नहीं है जो बच्चों के लिए खतरनाक है। एक नजर ऐसे ही कुछ अन्य गेम्स पर –
ब्लू व्हेल गेम: यह गेम पिछले दो महीने में काफी लोकप्रिय हुआ है। इसमें बच्चों को 50 चैलेंस दिए जाते हैँ। इनमें खुद को नुकसान पहुंचाना, डरावनी फिल्में देखना समेत कई टास्क दिए जाते हैं। इन टास्क को करते समय उनसे फोटो भी मांगी जाती है। सबसे अहम बात की इस गेम का आखिरी टास्क सुसाइड होता है। इस चैलेंज ने अब तक कई बच्चों की जान ली है।
द पास आउट चैलेंज: इसे चोकिंग गेम कहा जाता है। इसके तहत एक दूसरे का गला दबाना होता है। बच्चे अपना या एक-दूसरे का गला तब तक घोंटते हैं जब तक वो बेहोश न हो जाए। इस गेम से अब तक अमेरिका में 250 से 1000 तक बच्चों की जान जा चुकी है।
द सॉल्ट ऐंड आइस चैलेंज: टीनेजर्स को अपनी हाथ या पैर पर नमक रखकर उसपर बर्फ रखने को कहा जाता है। नमक के चलते टैंम्प्रेचर -26 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है। इससे खतरनाक बर्न्स और फ्रॉस्टबाइट्स हो जाते हैं।
द फायर चैलेंज: इस गेम में युवाओं को खुद को आग लगानी होती है। इस टास्क को करते समय यूजर्स को वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर पोस्ट करनी होती है। न्यूयॉर्क में ऐसी ही एक घटना हुई है जिसमें एक 15 साल के बच्चे ने खुद को आग लगा दी। वहीं, एक और बच्चे ने इस टास्क को किया और जब उससे पूछा गया कि उसने ऐसा क्यों किया तो उसका जबाव था कि उसे कुछ नहीं पता।
द कटिंग चैलेंज: यह गेम भी टीनेजर्स के बीच काफी लोकप्रिय हुआ था। इसमें बच्चे खुद की बॉडी पर कट लगाते हैं और उसकी फोटो लेकर अपलोड करते हैं।