अमेरिका की बैंकिंग एवं वित्तीय सेवाओं की जानी-मानी कंपनी सिटी ग्रुप भारत से अपना कारोबार बंद करने जा रही है। सिटी ग्रुप इंक. ने इस बारे में बड़ा ऐलान करते हुआ कहा कि ग्रुप अब 13 इंटरनेशनल कंज्यूमर बैंकिंग मार्केट से बाहर निकलेगा, जिनमें चीन और भारत समेत 13 देश शामिल हैं। कंपनी ने वेल्थ मैनेजमेंट पर फोकस करने के इरादे से ये फैसला लिया है। वैसे ये समूह सिंगापुर, हांगकांग, लंदन और संयुक्त अरब अमीरात में बैंकिंग का कारोबार जारी रखेगा, ताकि उसके वैश्विक बैंकिग बिजनेस पर ज्यादा असर ना पड़े। आपको बता दें कि भारत में सबसे पहले क्रेडिट कार्ड लॉन्च करने वाला बैंक सिटी ग्रुप ही था।
भारत पर कितना पड़ेगा असर?
ये समूह जिन 13 देशों से बाहर हो रहा है, उनमें से अधिकांश एशिया के हैं। इन देशों में साल 2020 में बैंकिंग कारोबार 6.5 अरब डॉलर का था। इन देशों में उसकी 224 रिटेल ब्रांच हैं और 123.9 अरब डॉलर की राशि जमा है। भारत में सिटी बैंक के 25 लाख ग्राहक हैं और देश भर में करीब 35 ब्रांच हैं। इसके कंज्यूमर बिजनेस बैंकिंग में करीब 4 हजार लोग नौकरी कर रहे हैं। इन सबकी नौकरी जाने का खतरा है।
वैसे सिटी बैंक ने किसी घाटे की वजह से फैसला नहीं किया है। बल्कि कंपनी के CEO जेने फ्रेसर का कहना है कि उनका समूह अब वेल्थ मैनजमेंट क्षेत्र पर ज्यादा फोकस करेगा, क्योंकि वहां विकास के अवसर बेहतर हैं। आपको बता दें कि फ्रेसर इसी साल मार्च महीने में CEO बने हैं। इस ग्रुप को उसे चालू वर्ष की पहली तिमाही में 7.9 अरब डॉलर का मुनाफा हुआ है, जो कि पिछले साल की तुलना में तीन गुना से ज्यादा है। हालांकि उसका राजस्व सात फीसदी घटकर 19.3 अरब डॉलर रहा।