मध्यप्रदेश के इन 18 जिलों में कोरोना नियंत्रण प्रयासों पर खास फोकस
आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वे आज प्रदेश के 18 जिलों में कोरोना नियंत्रण प्रयासों की वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा समीक्षा की और कहा कि संक्रमण नियंत्रण के सफल प्रयासों का अनुकरण करें
भोपाल । MP में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 1 लाख के करीब पहुंचने से पहले सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा 7 मई तक कोरोना कर्फ्यू बढ़ाने का फैसला लिया गया है। वही आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान वे आज प्रदेश के 18 जिलों में कोरोना नियंत्रण प्रयासों की वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा समीक्षा की और कहा कि संक्रमण नियंत्रण के सफल प्रयासों का अनुकरण करें। प्रदेश के कुछ जिलों में संक्रमण की चेन तोड़ने के लिये शादियों की तिथियाँ भी आगे बढ़ा दी हैं। यह अनुकरणीय पहल है।संक्रमण की चेन तोड़ना ही इस संकट से निजात दिलायेगा। चेन को तोड़ देंगे, तो इलाज की व्यवस्थाएँ भी बेहतर हो जायेंगी।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर, उज्जैन, रतलाम, टीकमगढ़, धार, अनूपपुर, झाबुआ, नीमच, देवास, निवाड़ी, मंदसौर, खरगोन, शाजापुर, आगर-मालवा, अलीराजपुर, बड़वानी, खण्डवा और बुरहानपुर जिले के प्रभारी मंत्री, जन-प्रतिनिधियों और कलेक्टर से सीधे संवाद कर संक्रमण की स्थिति की जानकारी प्राप्त की और कहा कि प्रदेश में जनता कर्फ्यू के प्रयासों के सकारात्मक परिणाम मिलने लगे हैं। नये पॉजिटिव रोगियों की संख्या में कमी आई है। स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होने वालों की संख्या बढ़ी है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान चौहान ने कहा कि कोरोना नियंत्रण के प्रयासों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले जिलों की सराहना करते हुए खण्डवा, छिन्दवाड़ा और बुरहानपुर कलेक्टर को नियंत्रण के लिये किये गये प्रयासों का विवरण शासन को भेजने के निर्देश दिये।वही इंदौर में ड्राइव-इन द्वारा संक्रमण जाँच के लिये बड़े मैदानों में व्यवस्था के नवाचार की सराहना की। संक्रमण की आरंभिक अवस्था में पहचान से उस पर आसानी से नियंत्रण हो जाता है। अत: संक्रमण की प्रारंभिक अवस्था में ही जाँच किया जाना जरूरी है। उन्होंने इस संबंध में जन-जागृति का व्यापक अभियान चलाने के निर्देश दिये।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य शासन गरीबों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिये संकल्पित है। गरीब व्यक्ति, जिनके पास पात्रता पर्ची नहीं है, उन्हें भी नि:शुल्क अनाज उपलब्ध कराया जाये। किसी भी स्थान पर किसी भी अवस्था में भीड़-भाड़ नहीं होना चाहिये। जन-प्रतिनिधि इस संबंध में सामुदायिक संगठनों और स्वयं-सेवी संस्थाओं के सहयोग से शादी के आयोजनों को टालने के लिये प्रेरित करें। ‘कोरोना को नकेल डालो, शादियों को अभी टालो’ जैसे स्थानीय भाषा में स्लोगन बनाकर जन-जागरण के कार्य व्यापक स्तर पर किये जायें।