मध्यान्ह भोजन में कोताही बर्दाश्त नहीं]डीपीसी को थमाया शोकाज, कलेक्टर की कार्यवाही
कटनी। कलेक्टर विशेष गढ़पाले ने कहा कि मध्यान्ह भोजन में किसी भी स्तर पर कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने तत्काल प्रभाव से ढीमरखेड़ा बीआरसी, सीएसी और एक सहायक अध्यापक की 1 वेतनवृद्वि रोकने के आदेश दिये। कलेक्टर ढीमरखेड़ा के ग्रामों का निरीक्षण कर रहे थे। इस दौरान प्राथमिक माध्यमिक शाला सर्रा पहुंचकर भी विद्यार्थियों से कलेक्टर ने संवाद किया। उन्होंने पूछा कि आप लोगों को आज खाने में क्या मिला है। जिस पर सामूहिक रुप से खिचड़ा मिलने की बात छात्रों ने कही। इस पर सहायक अध्यापक द्वारा स्वसहायता समूह की शिकायत किसी से की गई है या नहीं। इसकी जानकारी कलेक्टर ने ली। जिस पर सहायक अध्यापक निरुत्तर रहे। मामले को गंभीरता से लेते हुये कलेक्टर ने सहायक अध्यापक गुलाब सिंह धुर्वे सहित बीआरसी और सीएसी की भी एक वेतनवृद्वि रोकने के आदेश दिये।
उन्होने कहा कि इसकी मॉनीटरिंग डीपीसी को करनी थी। जिस पर डीपीसी को भी एससीएन जारी करने के आदेश कलेक्टर ने दिये।बाल मुकुन्द को दिलाएं किश्त
सर्रा में बाल मुकुन्द पिता फग्गे सिंह ने प्रधानमंत्री आवास की तीसरी किश्त ना मिलने की शिकायत कलेक्टर से की। जिस पर कलेक्टर बाल मुकुन्द के साथ उसके निर्माणाधीन घर पहुंचे। जिसकी गुणवत्ता का जायजा भी उन्होने लिया। कलेक्टर ने कहा कि उपयंत्री इस बात का ध्यान रखें कि प्रधानमंत्री आवासों का निर्माण गुणवत्तापूर्ण हो। साथ ही सचिव और उपयंत्री को बाल मुकुन्द को आवास के लिये तीसरी किश्त जारी करने के निर्देश भी श्री गढ़पाले ने दिये।
दीवार पर लिखवाएं राशन दुकान खुलने की डेट
अपने विजिट में कटरिया के ग्रामीणों की समस्यायें भी श्री गढ़पाले ने सुनीं। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि राशन की दुकान खुलने की मुनादी नहीं कराई जाती है। जिस पर कलेक्टर ने राशन की दुकान खुलने की डेट दीवार पर लिखवाने के निर्देश दिये। वहीं ग्रामीणों ने पिछले माह का राशन ना मिले तो इस माह वो राशन सेल्समेन द्वारा ना देने की शिकायत भी की गई। जिस पर एसडीएम को राशन दुकान का निरीक्षण करने के आदेश कलेक्टर ने दिये। उन्होने कहा कि यदि आप पिछले माह का राशन ना उठा पायें, तो इस माह पिछले माह का भी राशन उठा सकते हैं।
बालक आश्रम लुहरवारा भी पहुंचे कलेक्टर
लुहरवारा में संचालित आदिवासी बालक छात्रावास की व्यवस्थाओ का जायजा भी कलेक्टर ने लिया। उन्होने संयोजक आदिम जाति कल्याण विभाग को व्यवस्थायें दुरुस्त करने के निर्देश दिये। वहीं जो-जो बच्चे बालक आश्रम में रहते है, उनकी जानकारी संकलित करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही विद्यार्थियों से चर्चा कर उन्हे मिल रहे मध्यान्ह भोजन की जानकारी भी कलेक्टर ने ली।