मॉल के स्पा सेंटर में चल रहा था देह व्यापार, 9 गिरफ्तार, 14 युवतियां हिरासत में
सेक्टर-61 स्थित शॉप्रिक्स मॉल के निर्वाणा स्पा एंड सैलून में पुलिस की टीम ने बृहस्पतिवार रात छापा मारकर वहां चल रहे देह व्यापार का खुलासा किया। पुलिस ने मौके से स्पा सेंटर के दो संचालकों गुफरान खान और अखिलेश और 7 ग्राहकों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही वहां काम करने वाली 14 लड़कियों को हिरासत में ले लिया गया है। मौके से काफी संख्या में आपत्तिजनक सामग्री और नशीले पदार्थ बरामद हुए हैं। पुलिस की टीम गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
नोएडा जोन के एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि शॉप्रिक्स मॉल के प्रथम तल पर निर्वाणा स्पा एंड सैलून में स्पा सेंटर के नाम पर देह व्यापार की खबर मिली थी। नोएडा जोन की एसीपी प्रथम अंकिता शर्मा और एसीपी द्वितीय रजनीश वर्मा के नेतृत्व में कोतवाली सेक्टर-39 पुलिस की टीम ने बृहस्पतिवार रात वहां छापा मारा। पुलिस टीम के पहुंचते ही स्पा सेंटर के अंदर अफरातफरी मच गई। मौके पर कई महिलाएं व पुरुष आपत्तिजनक अवस्था में मिले।
मौके से दो संचालकों और 7 ग्राहकों को गिरफ्तार कर लिया। वही इसमें काम करने वाली 14 लड़कियों को भी हिरासत में ले लिया गया। पुलिस की टीम स्पा सेंटर के संचालक सेक्टर-71 निवासी गुफरान खान और अखिलेश से पूछताछ कर रही है। प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि वहां कई माह से देह व्यापार जारी था।
स्थानीय थाने को नहीं दी गई जानकारी
पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई की सूचना स्थानीय थाना कोतवाली सेक्टर-58 पुलिस को नहीं दी गई। आशंका जताई जा रही है कि स्थानीय पुलिस की मिलीभगत से यह धंधा चल रहा था। पुलिस के उच्च अधिकारी इस मामले की जांच करेंगे। इसमें कोई दोषी पाया जाता है तो उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
वेब मॉल और सेक्टर-12 में भी पिछले महीने हुआ था खुलासा
पिछले महीने कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस की टीम ने सेक्टर 18 स्थित वेव मॉल में छापा मार स्पा सेंटर से वेश्यावृत्ति में लिप्त लोगों को गिरफ्तार किया था। वहीं कोतवाली सेक्टर-24 पुलिस ने भी सेक्टर 12 के एक कोठी में चल रहे देहव्यापार का खुलासा किया था।
शॉप्रिक्स मॉल में स्पा सेंटर के नाम पर चल रहे वेश्यावृत्ति के धंधे का खुलासा पुलिस की टीम ने किया है। संचालकों समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं स्पा सेंटर से 14 लड़कियों को भी हिरासत में लिया गया है जिन्हें महिला पुनर्वास केंद्र भेजा जा रहा है।
– रणविजय सिंह, एडीसीपी नोएडा