हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में रविवार को दिल दहलाने वाला हादसा हुआ। लंबे समय से घर में कैद से आजादी पाकर खुशनुमा पल बिताने पहुंचे पर्यटकों के सिर पर मौत बरसी। लैंडस्लाइड में कुल नौ लोगों की मौत हो गई। इन्ही में आयुर्वेद की डॉक्टर दीपा शर्मा भी शामिल थीं, जिन्होंने आधे घंटे पहले ही अपनी तस्वीरें पोस्ट कर लिखा था- ‘लाइफ इज नथिंग विद आउट नेचर।’
दीपा शर्मा सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय थीं। वह पहली बार सोलो ट्रिप पर गई थीं। दीपा सोशल मीडिया पर लगातार अपनी यात्रा को लेकर अपडेट कर रहीं थीं, प्रकृति के खूबसूरत नजारों से लोगों को रूबरू करा रहीं थीं, लेकिन दीपा शर्मा या सोशल मीडिया से जुड़े किसी को भी इस बात अंदाजा नहीं था कि ये उनके अंतिम पल होंगे। किन्नौर में हुए लैंडस्लाइड में डॉ. दीपा शर्मा ने अपनी जान गंवा दी।
रविवार को जब किन्नौर में लैंडस्लाइड आई, उससे कुछ वक्त पहले ही डॉ. दीपा शर्मा ने ट्विटर पर एक तस्वीर साझा की थी। उन्होंने लिखा था कि वह इस वक्त भारत के आखिरी प्वाइंट पर खड़ी हैं, जहां तक आम नागरिकों को जाने की इजाजत है। इसके 80 किलोमीटर आगे तिब्बत है, जिसपर चीन ने कब्जा किया हुआ है।
Standing at the last point of India where civilians are allowed. Beyond this point around 80 kms ahead we have border with Tibet whom china has occupied illegally. pic.twitter.com/lQX6Ma41mG
— Dr.Deepa Sharma (@deepadoc) July 25, 2021
सोशल मीडिया पर लोगों ने दीपा शर्मा की इस तस्वीर को जमकर पसंद किया। उनके चेहरे पर इस टूर की खुशी भी झलक रही थी, लेकिन किसी को ये मालूम नहीं था कि यही आखिरी तस्वीर थी। 34 वर्षीय दीपा शर्मा के इस तरह अचानक हुए निधन से सोशल मीडिया पर उनके चाहने वाले स्तब्ध हैं।
Life is nothing without mother nature. ❤️ pic.twitter.com/5URLVYJ6oJ
— Dr.Deepa Sharma (@deepadoc) July 24, 2021
लैंडस्लाइड में अपनी जान गंवाने के एक दिन पहले उन्होंने अपनी दो फोटो पोस्ट कीं थीं, जिनके कैप्शन में लिखा था,” प्रकृति के बिना जीवन कुछ भी नहीं है।”
पीएम मोदी ने जताया दुख
बता दें कि दीपा शर्मा के ट्वीट के बाद ही खबर आई कि हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के चितकुला से सांगला जा रहे पर्यटकों को ले जा रहे टेम्पो पर एक बड़ा पत्थर गिर गया। नौ लोगों की मौत हो गई और तीन घायल हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख जताया। साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। पीएम ने प्रत्येक पीड़ित के परिवार के लिए दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये की सहायता की घोषणा की है।
किन्नौर में ये हादसा रविवार दोपहर करीब डेढ़ बजे हुआ था, जब सांगला-छितकुल रोड पर अचानक पहाड़ पर से पत्थर गिरने लगे और नीचे आते-आते इन्होंने तबाही का रूप ले लिया। इस दौरान नीचे बना हुए एक पुल, खड़ी गाड़ियां सब तहस-नहस हो गया, पुल से गुजर रहा एक ऑटो इसकी चपेट में आ गया।