Corona newsMADHYAPRADESH

लॉकडाउन नहीं कोरोना कर्फ़्यू बोलें, CM शिवराज के निर्देश- डॉक्टरों की सेवानिवृत्ति की अवधि बढ़ाएँ

भोपाल। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की और निर्देश दिए कि चिकित्सकों, पैरा मेडिकल स्टाफ की सेवानिवृत्ति (Retirement) अवधि बढ़ाएँ, जो सेवानिवृत्त हो गए हैं यदि वे चाहें तो उन्हें संविदा पर रखा जाए। सभी अस्पतालों में स्टाफ की पर्याप्त व्यवस्था हो। सीएम शिवराज सिंह ने निर्देश दिए कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सामान्य सर्दी जुखाम बुखार आदि के लिए भी दवाओं की किट देने की व्यवस्था की जाए।

सीएम शिवराज सिंह ने कहा है कि प्रदेश में लॉकडाउन (Lockdown 2021) नहीं कोरोना कर्फ्यू (Corona Curfew) है। ऐसी व्यवस्था करें, जिससे लोगों का काम-धंधा व रोज़ी-रोटी चलती रहे। गाँवों में पंचायतें एवं शहरों में रहवासी संघ, मोहल्ला समितियाँ स्वयं कन्टेनमेंट क्षेत्र बनाएँ। अनावश्यक रूप से लोग घर से बाहर न निकलें। एक-दो व्यक्ति बाहर जाकर सभी के लिए आवश्यकता की वस्तुएँ ले आएँ। स्व-प्रेरणा से इस प्रकार का संयम रखकर हम शीघ्र कोरोना पर प्रभावी नियंत्रण कर सकते हैं।

सीएम शिवराज सिंह ने मंत्रियों को कहा कि जन-जागरण से ही संक्रमण (Coronavirus) की चेन टूटेगी। मंत्रीगण अपने-अपने प्रभार के जिले में इस कार्य में जी-जान लगा दें। सभी जिलों में कोरोना के इलाज के लिए पर्याप्त बिस्तर, ऑक्सीजन (Oxygen), Remedicivir Injection, दवाओं आदि की व्यवस्था है। सीएम शिवराज सिंह कोरोना संबंधी व्यवस्थाओं में पैसे की कमी नहीं आने दी जाएगी। सभी जिलों में अस्पतालों (Hospital) में अच्छे से अच्छा प्रबंधन हो। बड़े अस्पतालों में लिक्विड ऑक्सीजन संयंत्र तथा एयर सेपरेशन यूनिट की व्यवस्था और हर जिले में सीटी स्केन मशीन की व्यवस्था भी की जा रही है।

प्रधानमंत्री को 4 बातों को रखें याद

सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि कोरोना नियंत्रण के लिए प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) की चार बातें ‘ईच वन वैक्सीनेट वन’ (हर व्यक्ति कम से कम एक व्यक्ति को टीका लगवाने में मदद करे), ‘ईच वन ट्रीट वन’ (हर व्यक्ति कम से कम एक व्यक्ति का इलाज करवाने में मदद करे), ‘ईच वन सेव वन’ (हर व्यक्ति कम से कम एक व्यक्ति को मास्क लगवाए और उसे कोरोना से सुरक्षित करे) तथा कोरोना संक्रमण रोकने के लिए ‘स्व-प्रेरणा से माइक्रो कन्टेनमेंट जोन’ बनाएँ।

ज़रूरी हो तब ही रेमडेसिविर दिया जाए- अपर मुख्य सचिव

अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य सुलेमान ने कहा कि मरीजों को डॉक्टर की सलाह अनुसार ज़रूरी हो तब ही रेमडेसिविर इंजेक्शन दिया जाए। कम संक्रमण में डॉक्टर की सलाह अनुसार टेमी फ्लू या अन्य दवा दी जा सकती है।हर जिले में 1075 कॉल सेंटर को प्रभावी बनाया जाए। सेंटर पर जिले में बिस्तरों आदि की व्यवस्था की अद्यतन जानकारी हो। यह कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का नंबर है, जिसके माध्यम से होम आइसोलेशन की मॉनिटरिंग की जाती है। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की भी अच्छी देखभाल सुनिश्चित किए जाने के निर्देश मुख्यमंत्री चौहान ने दिए।

गौरतलब है कि पिछले 24 घंटे में इंदौर में 1552 और भोपाल में 1456 नए प्रकरण आए हैं। ग्वालियर में 576, जबलपुर में 552, उज्जैन में 317, बड़वानी में 237, शाजापुर में 193, सागर में 188, बैतूल में 173, झाबुआ में 173, रीवा में 166, विदिशा में 156, कटनी में 155, राजगढ़ में 149, नरसिंहपुर में 141 और रतलाम में 130 नए प्रकरण आए हैं।

Related Articles

Back to top button