व्हाट्सएप ग्रुप में सिपाही ने लिखा बलिया कोर्ट में बम है, सीएम तक पहुंचा मामला, फिर क्या हुआ
पुलिस विभाग के एक जवान ने ही कोर्ट में बम होने की अफवाह फैला दी। इस सूचना पर पुलिस महकमे में खलबली मच गई। छानबीन के बाद पता चला कि न्यायालय परिसर में बम होने की अफवाह विभाग के ही एक सिपाही ने फैलायी थी। इसके बाद उसके खिलाफ केस दर्ज कर सस्पेंड कर दिया गया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है।
पुलिस के एक व्हाट्सएप ग्रुप में एक मैसेज वायरल हुआ, जिसमें बलिया न्यायालय परिसर में बम मौजूद होने की सूचना दी गई थी। कुछ देर में ही यह मामला हाईप्रोफाइल हो गया तथा पूरा कोर्ट परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस ने छानबीन शुरू की। एहतियातन कोर्ट परिसर के चप्पे-चप्पे की तलाशी ली गयी। हालांकि बम का सुराग नहीं लग सका। इसके बाद सूचना देने वाले व्यक्ति की छानबीन शुरू हो गई।
पुलिस सूत्रों की मानें तो जांच-पड़ताल में पता चला कि कोर्ट परिसर में बम रखे जाने की सूचना सर्विलांस सेल में तैनात सिपाही ने फैलाई थी। इसके बाद देर रात नगर कोतवाली में आरोपित कांस्टेबल के खिलाफ केस दर्ज किया गया। एसपी ने आरोपित सिपाही राकेश कुमार को सस्पेंड कर मामले के जांच का आदेश दिया है।
सीएम दरबार तक पहुंचा बम का मामला
कोर्ट परिसर में बम होने की सूचना वायरल होते ही मामला सीएम योगी आदित्य नाथ तक पहुंच गया। हालांकि थोड़ी देर बाद ही यह अफवाह निकली, लिहाजा मुख्यमंत्री ने डीजीपी को तलब कर लिया। सूत्रों की मानें तो इसके बाद आईजी, डीआईजी व एसपी से सम्पर्क कर पूरे प्रकरण की जानकारी लेने के बाद डीजीपी कार्यालय ने कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
ग्रुप में जुड़ी है कई जनपदों की पुलिस
पुलिसकर्मियों के एक ग्रुप में कई जनपदों के पुलिसकर्मी जुड़े हैं, जिसके जरिये सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है। इसमें सर्विलांस व एलआईयू के साथ ही अन्य गुप्तचर एजेंसियों के जवान हैं। आम तौर पर इस तरह की सूचनाएं ग्रुप में डालते रहते हैं। हालांकि इस बार राकेश द्वारा डाली गयी जानकारी किसी और पुलिस ग्रुप में वायरल हो गई। इसका नतीजा यह हुआ कि अनुशासनहीनता मानते हुए उसके खिलाफ केस दर्ज कर सस्पेंड कर दिया गया।