ग्रहों के राजा सूर्य देव और न्याय के देवता शनि देव का कुंभ राशि में मिलन होगा। शनि और सूर्य की युति तीन राशियों के लिए मुश्किल समय लेकर आने वाली है। ज्योतिष के अनुसार शनि देव के पिता सूर्य देव से अच्छे संबंध नहीं है। ऐसे में जब वे दोनों साथ एक ही राशि में आ जाएंगे तो उनका प्रभाव कुछ लोगों के लिए चुनौती वाला होगा। आइये जानते हैं कब होगा सूर्य-शनि का मिलन और किन राशियों के जातकों को रहना होगा सतर्क।
कब होगा सूर्य-शनि का मिलन
17 जनवरी मंगलवार को रात 08 बजकर 02 मिनट पर शनि देव अपने घर मकर को छोड़कर दूसरे घर कुंभ राशि में गोचर करेंगे। शनि के कुंभ में प्रवेश के बाद 13 फरवरी सोमवार को सुबह 09 बजकर 57 मिनट पर सूर्य कुंभ में गोचर करेंगे। इस तारीख से 15 मार्च दिन बुधवार को सुबह 06 बजकर 47 मिनट तक सूर्य शनि देव के साथ कुंभ राशि में रहेंगे।
कर्क
शनि-सूर्य का मिलन कर्क राशि के जातकों के लिए चुनौतियां लेकर आ सकता है। आपको अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना होगा। व्यवहार पर भी संयम बरतने की आवश्यकता है। कार्य स्थल पर सहकर्मियों से विवाद हो सकता है। 13 फरवरी से 15 मार्च के बीच वाहन सावधानी से चलाएं। व्यापार में सोच समझकर निवेश करें और दूसरों को उधार न दें।
वृश्चिक
शनि-सूर्य की युति से वृश्चिक राशि को धन हानि होने की संभावना है। व्यापार में नुकसान हो सकता है। वर्तमान समय में वृश्चिक राशि पर शनि की ढैय्या है। आपको बहुत ही सजगता के साथ फैसले लेना होंगे। मानसिक तनाव आपको परेशान कर सकता है। अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा।
कुंभ
सूर्य और शनि का मिलन कुभ राशि में होगा। इसका असर कुंभ राशि के जातकों पर नकारात्मक पडेगा। आपको कोई भी नई योजना पर काम नहीं करना चाहिए। इस समय किसी भी प्रकार का नया निवेश करने से भी बचें। यह समय आपके लिए कठिन हो सकता है। पिता और जीवनसाथी से संबंध खराब हो सकते हैं। अपनी वाणी पर संयम रखने की आवश्यकता है।
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