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शिवराज सरकार का बड़ा फैसला, कोरोना से मृत सरकारी कर्मचारियों के परिजनों को मिलेगी सहायता, स्ट्रीट वेंडर को भी मिलेंगे 1 हजार

सीएम ने कहा कि सरकार कोरोना से मृत शासकीय कर्मचारियों के परिजनों की मदद के लिए योजना बना रही है।  स्ट्रीट वेंडर्स को 1000 रूपये की सहायता राशि इसी सप्ताह दी जाएगी।

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक ली। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। सीएम ने कहा कि सरकार कोरोना से मृत शासकीय कर्मचारियों के परिजनों की मदद के लिए योजना बना रही है।  स्ट्रीट वेंडर्स को 1000 रूपये की सहायता राशि इसी सप्ताह दी जाएगी।

कोरोना को लेकर हुई समीक्षा के दौरान सीएम ने निर्देश दिए कि कंटेनमेंट जोन बनाकर संक्रमण को रोका जाए और इसे लेकर कड़ा रूख बरकरार रखें। उन्होने अधिकारियों से कहा कि कोरोना का प्रसार रूका है, रिकवरी रेट बढ़ी है और पॉजिटिव रेट में कमी आई है। यह आप सभी की मेहनत का परिणाम है। सीएम ने निर्देश दिए कि अस्पतालों में ऑक्सीजन का ऑडिट किया जाए। अस्पताल ऑक्सीजन की कमी की सूचना 6 घंटे पहले दें ताकि समय पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की जाए। कई अस्पताल 1 घंटे पहले बताते हैं कि ऑक्सीजन की कमी है ऐसे में मैनेज करना मुश्किल होता है। शिवराज ने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि ऑक्सीजन की आपूर्ति के नए स्रोत वे खोजें। अस्पतालो में ऑक्सीजन की मैपिंग शुरू करें, प्रतिदिन देखें कि कितनी ऑक्सीजन लग रही है। खंडवा जैसे जिलों में ऑक्सीजन की ऑडिट हुई है, जिससे अनावश्यक आक्सीजन खराब होना बंद हुईं है। इसके आधार पर चार्ट तैयार करें और मांग निर्धारित की जाए। उन्होने कहा कि पीथमपुर में बड़े ऑक्सीजन प्लांट जो बंद थे उन्हें चालू किया गया है, अब पीथमपुर में 30 से 32 मेट्रिक टन ऑक्सीजन मिलेगी। प्रदेश में पहले से तय 8 में से 7 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो चुके हैं। पूरे प्रदेश में छोटे-बड़े मिलाकर 58 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। मालनपुर में भी ऑक्सीजन प्लांट को शुरू किया जाएगा। 4000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने के ऑर्डर दिए जा चुके हैं। उन्होने कहा कि मध्यप्रदेश को ऑक्सीजन की आपूर्ति में आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। कलेक्टरों से कहा गया कि होम आइसोलेशन के मरीजों पर ध्यान दें और उनसे दिन में दो बार बात की जाए।

सीएम ने कहा कि सरकार ने वैक्सीनेशन की 45 लाख डोज खरीदी का दिया है। रेमडेसिवीर इंजेक्शन की सप्लाई के निरंतर प्रयास जारी है। कोविड केयर सेंटर में 29% बेड खाली है, जरूरत पड़े तो हम और कोविड केयर सेंटर बनाएंगे। कोविड केयर सेंटर में भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाए जाएंगे। सीएम ने अपील की कि विधायक सांसद भी जन सहयोग से कोविड केयर सेंटर बनाएं। इसी के साथ प्रदेश में काढ़ा वितरण शुरू हो गया है। किल कोरोना अभियान 2 का क्रियान्वयन तेजी से शुरू किया जा चुका है, संक्रमित ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आशा कार्यकर्ता, एएनएम कार्यकर्ता सहित पूरा अमला इस में लगा हुआ है। योग से निरोग अभियान में 5000 प्रशिक्षक होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड पेशेंट को योग सिखा रहे हैं। साथ ही उन्होने स्वास्थ्य अमले से कहा कि लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करते रहें। ऐसे कई मरीज हैं जिन्होंने लक्षण छिपाए और बाद में यह स्थिति गंभीर हो गई। 60-70 परसेंट से अधिक संक्रमण लंग्स में हो गया, फिर बचाने के लिए कुछ नहीं बचा इसलिए मरीज भी अपनी ओर से लक्षण न छिपाएं।

दो माह का राशन केंद्र द्वारा व तीन माह का राशन मध्यप्रदेश शासन निशुल्क बांट रही है। 10 किलो निशुल्क अनाज का वितरण किया जाएगा। अनाज वितरण में नए नाम पात्रता सूची में जोड़े गए हैं उन्हें भी अनाज वितरित किया जाएगा। अनाज वितरण कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि विशेष ध्यान रखें। वहीं सीएम ने उपार्जन उद्योग और मनरेगा के कार्य को सुरक्षा पूर्वक कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए चलाए जाने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि किसानों की गेहूं का एक-एक दाना बिकने तक गेहूं की खरीदी जारी रहेगी। सीएम ने कहा कि वे जल्द ही किसानों को संबोधित करेंगे।

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