सरकार ने बताया, Covishield और Covaxin में कौन सी वैक्सीन है बेहतर
नई दिल्ली । केंद्र सरकार कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए लगातार वैक्सीनेशन पर जोर दे रही है। ऐसे में कई लोगों के मन में ये भी सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर उन्हें दोनों में से कौन सी वैक्सीन लेने चाहिए। फिलहाल देश में कोवैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन लगाई जा रही है। इसके अलावा रूस से लाई गई स्पूतनिक वैक्सीन भी लगाई जा रही है, लेकिन इसे डोज अभी देश में बेहद कम है। देश के अधिकांश राज्यों में कोविशील्ड और कोवैक्सीन ही लगाई जा रही है। भारत में उपलब्ध कोवैक्सीन और कोविशील्ड को लेकर लोग असमंजस में हैं कि कौन सी वैक्सीन लगवाना बेहतर है। ऐसे में मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ एंड वेलफेयर ने साफ कहा है कि ‘दोनों वैक्सीन के बीच किसी तरह की तुलना नहीं की जानी चाहिए। दोनों ही वैक्सीन कोरोना महामारी से बचाने के लिए और संक्रमण का असर कम करने में और उसके बाद होने वाली गंभीर स्थिति से बचाव में कारगर हैं।
There is no direct scientific comparison between the two Vaccines, Both work well in preventing the infection as well as in preventing severe illness.#IndiaFightsCOVID19 #Unite2FightCorona pic.twitter.com/MZsGyJfAue
— PIB India (@PIB_India) May 20, 2021
जानिए क्या अंतर है दोनों वैक्सीन में
कोविशील्ड
कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की मदद से बनाया गया है। देश में इस वैक्सीन को पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बनाया है। कोविशील्ड को सिंगल वायरस के जरिए बनाया गया है। इस वैक्सीन का डोज लेने पर हल्का दर्द, लाल होना, बुखार, बदन दर्द होना जैसी समस्या हो सकती है। कुछ मामलों में ब्लड क्लॉटिंग की समस्या भी देखने को मिली है। इसके अलावा कोविशील्ड की कीमत सरकार ने 150 रुपए रखी है। राज्य सरकार ने 400 रुपए और प्राइवेट अस्पतालों में यह 600 रुपए में लगाई जा रही है।
कोवैक्सिन
वहीं दूसरी कोरोना वैक्सीन कोवैक्सिन को आईसीएमआर (ICMR) और भारत बायोटेक ने बनाया है। इस वैक्सीन में डेड वायरस है, जो आपके शरीर में जाकर एंटीबॉडी पैदा करते हैं, जो असली वायरस को पहचानने के लिए तत्पर रहता है। जैसे ही कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित होता है तो एंटीबॉडी उससे बचाव का काम शुरू कर देते हैं। कोवैक्सिन कोरोना के सभी वेरिएंट्स पर असरदार माना जा रहा है। इस वैक्सीन को लेने पर भी सूजन, दर्द, बुखार, पसीना, ठंड लगना, सरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कोविशील्ड की तुलना में को कोवैक्सीन की कीमत ज्यादा है। राज्य सरकार के लिए इसकी कीमत 400 रुपए है। प्राइवेट अस्पताल में 1200 रुपए तय की गई है।