कटनी। आज जब हम कहते हैं, “स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव” तो “स्वतंत्र” का मतलब किसी से मुक्ति पाने जैसा अर्थ नहीं होता बल्कि ‘स्व’ के तंत्र से चलने वाला शासन” ऐसी उसकी परिभाषा होनी चाहिए स्वदेश, स्वभाषा यह सब इस स्व शब्द में आता है, स्व मतलब हमारी आत्मा की आवाज जिससे हम हमारा व्यक्तित्व लोगों के सामने ला सकते हैं, हमारे यहां विविधता में एकता है ,कुछ मीलों के बाद खानपान अलग है भाषा अलग है रहन-सहन अलग है परंतु फिर भी विविधता में एकता हमारे ही देश में है -उक्त उद्गार गत दिवस, स्थानीय सरस्वती विद्यालय कटनी के श्रीविवेकानंद सभागार में राष्ट्र सेविका समिति द्वारा आयोजित स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के समापन सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित राष्ट्र सेविका समिति की प्रांत कार्यवाहिका माननीय सुमेधा पोल जी के द्वारा व्यक्त किए गए।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथिजनों के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलन के द्वारा हुआ, कार्यक्रम की प्रस्तावना विभाग कार्यवाहिका आदरणीय अर्चना सिंह दीदी के द्वारा प्रस्तुत की गई।
कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय चंपालाल सोनी जी की धर्मपत्नी श्रीमती काशीबाई जी सोनी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं और अध्यक्षता विजयराघवगढ़ रियासत के राजा शहीद सरयू प्रसाद सिंह जी की पौत्री श्रीमती शारदा सिंह जी ने की।
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण मातृशक्तियों द्वारा देश भक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रमों की प्रस्तुति रही| देश भक्ति गीतों पर नृत्य प्रस्तुति और”हमारी प्रातः स्मरणीय महिलाएं” कार्यक्रम ने सभागार में उपस्थित लोगों को देश भक्ति भाव से ओतप्रोत कर दिया
अनेकता में एकता थीम पर मिले सुर मेरा तुम्हारा गीत पर मातृशक्तियों की नृत्य प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया एवं मातृशक्तियों के द्वारा” मेरा रंग दे बसंती चोला” गीत की बहुत ही मनमोहक प्रस्तुति दी गई।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का समापन गीतांजलि के बच्चों के द्वारा वंदे मातरम पर बहुत ही आकर्षक कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति देने वाले सभी बच्चों को राष्ट्र सेविका समिति के आनंदी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंतिम चरण में कटनी नगर में सक्रिय लगभग 40 महिला संगठनों एवं समाजों की महिला अध्यक्षों का सम्मान समारोह आयोजित हुआ, जिन्हें नारियों पर आधारित संवर्धिनी पुस्तक एवं पुष्पगुच्छ देकर समाज में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
राष्ट्र सेविका समिति की जिला कार्यवाहिका वंदना बगड़िया के आभार प्रदर्शन के पश्चात कार्यक्रम का समापन हुआ। संचालन श्रीमती सीमा जैन सकुरा और परिचय प्रोफेसर डॉ श्रीमती चित्रा प्रभात के द्वारा किया गया।