नई दिल्ली। देश में कोरोना की दूसरी लहर तबाही मचा रही है। लगातार नए मामलों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस बीच देश में ऑक्सीजन सिलेंडर से लेकर जरूरी दवाइयों तक की किल्लत पड़ने लगी है। राज्य और केन्द्र सरकारें लगातार संक्रमण को कम करने के उपाय कर रही हैं, पर इस महामारी के सामने सारे उपाय व्यर्थ साबित हो रहे हैं। इस बीच देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो बैठकें की हैं। उन्होंने पहले सबसे ज्यादा संक्रमण वाले 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की फिर ऑक्सीजन के अग्रिणी उत्पादकों के साथ बैठक की।
ऑक्सीजन उत्पादकों के सराहा
PM held a meeting with leading oxygen manufacturers across country via video conferencing. He said this time is not only to deal with challenges but also to provide solutions in a very short time. He stressed on need to maintain good co-ordination b/w govt & oxygen producers: PMO pic.twitter.com/M31hN7tKU1
— ANI (@ANI) April 23, 2021
इस बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने बेहद कम समय में ऑक्सीजन का उत्पादन बढ़ाने के लिए ऑक्सीजन उत्पादकों की सराहना की। यही नहीं प्रधानमंत्री ने देश में चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए औद्योगिक ऑक्सीजन को मेडिकल ऑक्सीजन में बदलने के लिए भी उद्योगों की तारीफ की। पीएम मोदी ने लिक्विड ऑक्सीजन के उत्पादन को बढ़ाने के लिए उठाए गए कई कदमों की जानकारी ली।
बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन से संबंधित राज्यों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सरकार रेलवे और एयर फोर्स के प्रभावी इस्तेमाल पर काम कर रही है ताकि ऑक्सीजन के टैंकर जल्द से जल्द उत्पादन केंद्र तक पहुंचाए जा सकें।
वायुसेना के जरिए पहुंचाई जा रही है ऑक्सीजन
10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने बताया कि ऑक्सीजन टैंकरों के परिवहन में लगने वाले समय को कम करने के लिए रेलवे और वायु सेना की मदद ली जा रही है। यही नहीं पीएम मोदी ने सभी राज्यों के साथ से साथ मिलकर काम करने और जीवन रक्षक दवाइयों और ऑक्सीजन संबंधित जरूरतों को पूरा करने के लिए एक-दूसरे से सहयोग करने की भी गुजारिश की।