इंदौर। पुलिस ने छापामार कार्रवाई करके किशनगंज में महू रोड स्थित एमपी मुंबई ऑटो पेट्रोल-डीजल पंप से केमिकल की मिलावट वाले नकली पेट्रोल की बिक्री का खुलासा तो कर दिया परंतु अब वह सारे वाहन मालिक परेशान हैं जो इस पेट्रोल पंप से नियमित रूप से पेट्रोल-डीजल लिया करते थे। सिर्फ इतना ही नहीं शहर भर के सभी वाहन मालिक चाहते हैं कि पेट्रोल पंपों की जांच की जाए कहीं उनके पेट्रोल-डीजल में केमिकल की मिलावट तो नहीं है।
इंदौर के 14 पेट्रोल पंपों पर बिक रहा था
थाना प्रभारी शशिकांत चौरसिया का कहना है कि शिवम इंडस्ट्रीज पीथमपुर और पेट्रोल पंप मालिक विजय कुमार मूंदड़ा व एमपी मुंबई ऑटो पेट्रोल-डीजल पंप का मैनेजर राकेश अग्रवाल फरार हैं। इनके इंदौर, उज्जैन और ग्रामीण इलाकों में 13 से 14 पेट्रोल पंप हैं। ज्यादातर हाइवे पर इनके पंप हैं। उल्लेखनीय है कि डेली अप डाउन करने वाले लोग अक्सर शहर के बाहर ग्रामीण इलाकों में स्थित पेट्रोल पंप से पेट्रोल खरीदते हैं, क्योंकि वहां भी नहीं होती।
महंगे पेट्रोल में मिलावट
इंदौर एवं आसपास के वाहन मालिकों में दहशत है। इतने महंगे पेट्रोल में मिलावट बर्दाश्त नहीं कर सकते। ग्रामीणों का कहना है कि जो सरकार पेट्रोल-डीजल पर 50% से ज्यादा टैक्स ले रही है उसकी जिम्मेदारी है कि वह पेट्रोल पंपों की नियमित रूप से जांच करें और सुनिश्चित करें कि पेट्रोल में किसी प्रकार की मिलावट नहीं है। इंडियन ऑयल और एचपी जैसी तेल कंपनियों की भी यही जिम्मेदारी है। यदि पुलिस नहीं पकड़ती तो पता नहीं कब तक खेल चलता रहता और भगवान जाने मध्यप्रदेश के कितने पेट्रोल पंप पर इस प्रकार की मिलावट हो रही है।