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15 साल पहले मृत स्कूल संचालक जबलपुर में जीवित मिला ! धोखाधड़ी के आरोपी को यूं पकड़ा पुलिस ने
15 साल पहले मृत स्कूल संचालक जबलपुर में जीवित मिले! धोखाधड़ी के आरोपी को यूं पकड़ा पुलिस ने
ग्वालियर। अब तक फ़िल्म अथवा किस्से कहानी में इस तरह की स्टोरी सुनी थी लेकिन आज जो आपको बताने जा रहे हैं वह हकीकत है। एक धोखाधड़ी के आरोपी को पुलिस ने 15 साल बाद गिरफ्तार किया, क्योंकि आरोपित कतिथ तौर पर मर चुका था।
ये है पूरा मामला
भिंड रोड पर नवीन विद्या निकेतन हायर सेकेंडरी स्कूल के संचालक हरिकिशन द्विवेदी जो 2006 में परिवार सहित गायब हो गए थे एवं उनके पुत्र शशांक द्विवेदी ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। 15 साल बाद जबलपुर से जिंदा गिरफ्तार कर लिए गए। श्री द्विवेदी के खिलाफ एक करोड रुपए की ठगी का आरोप है। इन 15 सालों में उनके खिलाफ 20 वारंट जारी हो चुके हैं।
एएसपी राजेश दंडौतिया ने बताया कि हरिकिशन द्विवेदी और उनके बेटे शशांक द्विवेदी के खिलाफ मामले दर्ज हुए थे। पिछले 15 साल से पुलिस उनकी तलाश कर रही है। विभिन्न न्यायालयों से दोनों के खिलाफ 20 स्थाई वारंट जारी हो चुके थे। गोला का मंदिर थाने में विपिन अग्रवाल पुत्र नाथूराम अग्रवाल ने हरिकिशन द्विवेदी के खिलाफ 10000000 रुपए की धोखाधड़ी एवं अमानत में खयानत का मामला दर्ज कराया था।
सप्ताह भर पूर्व पिता-पुत्र के पूरे परिवार सहित जबलपुर के थाना मढ़ाताल में मकान नंबर-94 फेस -2 शिवाजी नगर में अपनी पहचान छिपाकर रहने की सूचना मिली। क्योंकि सरकारी दस्तावेजों में हरिकिशन द्विवेदी को मृत घोषित किया जा चुका है सत्यता जानने के लिए 3 दिन तक पुलिस जबलपुर में रही। इंफॉर्मेशन कंफर्म हो जाने के बाद पिता पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया।