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3 किलोमीटर पैदल चल कर पहुंचाया महिला का शव
बरही/कटनी। (आनन्द सराफ) मेरा देश बड़ी तेजी से बदल रहा है। विकास की गाडी दौड़ रही है। विकास की गंगा बह रही है। लोगों का जीवन स्तर तेजी से उठ रहा है। ऐसा बताया जाता है, सुनाया जाता है, लेकिन ये तस्वीरें बयां कर रही हैं कि देश की आजादी के बाद कितना तेजी से विकास हुआ है। आज भी ऐसे कई गांव हैं जो पहुंच विहीन है। नदी-नाले पार कर लोगों को पहुंचना पड़ता है। यह नजारा मध्य प्रदेश के कटनी जिले के बिजयराघवगढ़ क्षेत्र के ग्राम खिरवाखुर्द का है। गाज की चपेट में आई महिला की मौत होने के बाद बरही स्वास्थ्य केंद्र से पोस्टमार्टम उपरांत शव को खिरवाखुर्द पहुंचाना था। गाँव पहुंच विहीन है। बरसात में यहां की डगर और भी कठिन हो जाती है। मृतका की लाश पहुंचाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ा । 3 किलोमीटर पैदल लाश को गठरी की तरह बांधकर पहुंचाया गया । यह नजारा देखकर यह कहा जा सकता है कि देश बदल तो रहा है लेकिन देश के कई ऐसे इलाके हैं जहां विकास की रोशनी पहुंची है मूलभूत सुविधाओं के लिए आज भी कई गांव वंचित हैं खेरवा खुर्द बाणसागर डूब प्रभावित क्षेत्र है यह गांव बरसात में टापू की तरह बन जाता है गांव के गांव तीन ओर से पानी से भर जाता है खेत खलिहान से पैदल चलकर लोगों को बरही मुख्यालय पहुंचने की मजबूरी है।