5G in India: देश में 5जी स्पेक्ट्रम का आवंटन किया जा रहा है. इसके लिए नीलामी की प्रक्रिया भी जारी है. वहीं नीलामी प्रक्रिया के पांचवें दिन शनिवार को स्पेक्ट्रम बिक्री मूल्य 1.50 लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया. इस बीच दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने काफी अहम बात कही, जो कि लोगों के लिए भी काफी अहम है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि 5जी स्पेक्ट्रम (5G Auction) की प्रक्रिया काफी अच्छे से चल रही है और बेहतर परिणाम भी सामने आ रहे हैं. वहीं स्पेक्ट्रम नीलामी में रिलायंस जियो और एयरटेल की मौजूदगी का परिणाम कहीं ये तो नहीं होगा कि इन्हीं दोनों का क्षेत्र पर अधिकार बना रहे, इस पर मंत्री ने कहा कि ऐसा नहीं होगा क्योंकि जो सुधार किए गए हैं उससे दूरसंचार उद्योग में स्थिरता आई है और यहां स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है.
दूरसंचार उद्योग का विस्तार
दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मुंबई में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद संवाददाताओं से कहा कि नीलामी के पांचवें दिन तक लगाई गई कुल बोलियों का मूल्य 1,49,966 करोड़ रुपये हो चुका है. वैष्णव ने कहा, “5जी स्पेक्ट्रम के लिए जारी नीलामी प्रक्रिया दर्शाती है कि दूरसंचार उद्योग अपना विस्तार करना चाहता है. यह मुश्किलों से बाहर निकल आया है और अब वृद्धि की राह पर है. नीलामी के नतीजे काफी अच्छे हैं और दूरसंचार कंपनियों ने स्पेक्ट्रम की खरीद के लिए 1,49,966 करोड़ रुपये की प्रतिबद्धता जताई है.”
तय आरक्षित मूल्य वाजिब दाम
उन्होंने कहा कि मंगलवार से शुरू हुई इस स्पेक्ट्रम नीलामी में कंपनियों की तरफ से दी गई अच्छी प्रतिक्रिया इस उद्योग की परिपक्वता को दर्शाती है. उन्होंने कहा कि स्पेक्ट्रम के लिए तय आरक्षित मूल्य एक वाजिब दाम है और नीलामी के नतीजों से यह परिलक्षित भी होता है. दूरसंचार विभाग ने इस नीलामी में कुल 4.3 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 72 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम की बिक्री की पेशकश की है. इस नीलामी में रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के अलावा अडाणी एंटरप्राइजेज भी शिरकत कर रही है.
कब तक मिलेगी 5जी सेवाओं की सौगात?
वहीं दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को कहा कि सरकार को उम्मीद है कि देश में 5जी सेवाएं अक्टूबर से शुरू हो सकती हैं. वैष्णव ने यहां ‘दूरसंचार निवेश गोलमेज: भारत में 5जी के अवसर’ सम्मेलन से इतर संवाददाताओं से कहा, ‘‘जैसे ही स्पेक्ट्रम की नीलामी खत्म होगी, इसके कुछ ही दिन में हम स्पेक्ट्रम का आवंटन करेंगे. हमें उम्मीद है कि 5जी सेवाएं अक्टूबर महीने के आरंभ में शुरू हो सकती हैं और सालभर के भीतर देश में इसकी अच्छी पहुंच हो जाएगी.’’
नियंत्रण में लागत
मंत्री ने कहा कि 5जी की शुरुआत कई भौगोलिक क्षेत्रों की तुलना में भारत में सबसे तेजी से होगी. उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि कई अन्य भौगोलिक क्षेत्रों की तुलना में हम कहीं अधिक तेजी से 5जी की शुरुआत करने में सफल रहेंगे. इसकी वजह यह है कि हमारी कई अन्य लागत नियंत्रण में हैं.’’ देश में 5जी स्पेक्ट्रम के आवंटन के लिए नीलामी प्रक्रिया शनिवार को लगातार पांचवें दिन भी जारी रही. अभी तक 1,49,855 करोड़ रुपये मूल्य की बोलियां लगाई जा चुकी हैं.