7th Pay Commission सरकार ने हाल में कर्मचारियों के महंगाई भत्ता और महंगाई राहत में बढ़ोतरी की है. इसके बाद कर्मचारियों को जुलाई से बढ़े हुए महंगाई भत्ते और महंगाई राहत का लाभ मिलेगा. अब अगर इसमें बदलाव होते ही कर्मचारियों की न्यूनतम बेसिक सैलरी बढ़ जाएगी. फिटमेंट फैक्टर में बदलाव होते ही कर्मचारियों के पूरी सैलरी पर इसका असर दिखेगा. उम्मीद है कि फिटमेंट फैक्टर को लेकर अगले महीने तक बैठक हो सकती है. सरकारी कर्मचारी लंबे समय से फिटमेंट फैक्टर बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.
फिटमेंट फैक्टर को 2.57 से बढ़ाकर 3.68 करने पर मिनिमम बेसिक सैलरी 18 हजार से बढ़कर 26 हजार रुपये हो जाएगी. इससे पहले सरकार की तरफ से 2017 में इंट्री लेवल कर्मचारियों की बेसिक सैलरी में बढ़ोतरी की गई थी. लेकिन उसके बाद इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया. फिलहाल केंद्रीय कर्मचारियों को न्यूनतम सैलरी के तौर पर 18 हजार रुपये मिलते हैं वहीं अधिकतम सैलरी 56,900 रुपये मिलती है.
देखें कैलकुलेशन
अगर सरकार फिटमेंट फैक्टर को 3 गुना करती है तो भत्तों को छोड़कर कर्मचारियों की सैलरी 18,000 X 2.57= 46,260 रुपये हो जाएगी. वहीं, अगर कर्मचारियों की डिमांड मान ली जाती है तो सैलरी 26000X3.68= 95,680 रुपये होगी. 3 गुना फिटमेंट फैक्टर होने पर सैलरी 21000X3 = 63,000 रुपये होगी.
सैलरी में अहम भूमिका
फिलहाल केंद्रीय कर्मचारियों को 2.57 प्रतिशत के हिसाब से फिटमेंट फैक्टर दिया जा रहा है, जिसे बढ़ाकर 3.68 गुना किया जा सकता है. आपको बता दें कि केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी तय करने में फिटमेंट फैक्टर अहम भूमिका निभाता है. फिटमेंट फैक्टर में बदलाव का मतलब है इससे आपकी सैलरी पर भी असर पड़ेगा. दरअसल, इसके आधार पर ही कर्मचारियों की बेसिक सैलरी बढ़ाई जाती है.